सड़क के गड्डे में गिर लोग चोटिल ना हो इसलिए खुद इन्हें भरता हैं ये ट्रैफिक पुलिसवाला
सड़क हादसों की वैसे तो कई सारी वजहें होती हैं लेकिन इनमे एक वजह सड़क के गड्डे भी होते हैं. अब भारत की सड़कों का हाल तो आप सभी अच्छे से जानते ही हैं. खासकर बारिश में हालत और भी ज्यादा खराब हो जाती हैं. इन दिनों तो लोगो को सड़क के गड्डे नज़र भी नहीं आते हैं जिसके चलते कई हादसे हो जाते हैं. इस तरह की घटनाओं की वजह से हम हमेशा सरकार और प्रशासन को कोसते हुए आगे बढ़ जाते हैं. कोई उन गड्डो को लेकर कुछ नहीं करता हैं. हालाँकि बंठिंडा ट्रैफिक पुलिस में काम करने वाले गुरबक्श सिंह की सोच थोड़ी अलग हैं. वे एक नागरिक होने के नाते अपना कर्तव्य निभाते हैं और सरकार के भरोसे ना बैठ खुद ही सड़क के गड्डे भरते हैं.
अब वो ऐसा क्यों करते हैं इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी हैं. गुरबक्श सिंह बताते हैं कि एक बार मैंने लिबर्टी चौक के समीप दो बाइक एवं स्कूटर सवार को एक गड्डे की वजह से दुर्घटना से बाल बाल बचते हुए देखा था. बस यही घटना मेरे दिमाग में बस गई. मुझे लगा कि इन गड्डो की वजह से किसी की जान भी जा सकती हैं. बस तभी से मैं स्वयं ही सड़क के गड्डो को भरने का कार्य करने लगा. मुझे नहीं पता ये कितना बड़ा योगदान हैं लेकिन मैं अपनी तरफ से ये काम समाजसेवा के रूप में करता हूँ.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गुरबक्श सिंह अब तक कई सड़को के आने गड्डे भर चुके हैं. गड्डो की इस मरम्मत के काम में उनकी सहायता मोहम्मद सिंह भी करते हैं. मोहम्मद भी गुरबक्श की तरह एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी हैं. ये दोनों मिलकर अब तक भागू रोड, लिबर्टी चौक, दाना मंडी और हाईवे पर अपने गांव बुलडूवाला की और उपस्थित कई गड्डे भर चुके हैं.
एक और दिलचस्प बात ये हैं कि यह अपनी गाड़ी में हमेशा गड्ढो को सुधारने का सामान जैसे ईंटे, इंटरलिंकिंग टाइल्स, मिट्टी इत्यादि लेकर चलते हैं. उधर सोशल मीडिया पर जब लोगो को गुरबक्श सिंह के इस नेक काम का पता चला तो वे इनकी तारीफ़ करने लगे. आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस को लोग बार बार गाड़ी रोकने या भारी भरकम चालान काटने के लिए कोसते रहते हैं. उनके ऊपर घूस लेने का भी आरोप लगता हैं. हालाँकि गुरबक्श सिंह ने बता दिया कि सभी पुलिस वाले ऐसे नहीं होते हैं. कुछ काफी इमानदार और नेकदिल भी होते हैं. सड़क के गड्डे भरना कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी का ऑफिसियल काम नहीं हैं लेकिन फिर भी वो समाज सेवा के नाते ऐसा करते हैं ताकि लोगो की जान बच सके.
गुरबक्श सिंह से सिख लेते हुए हम नागरिको को भी कुछ ऐसा जरूर करना चाहिए. आप अपने आसपास के इलाको में जब भी कोई गड्ढा देखे तो उसे स्वयं या अन्य लोगो के साथ मिलकर भर दे. अब सरकार जब इन्हें भरेगी तब भरेगी लेकिन इस बीच में कोई बेचारल वाहन चालाक गड्ढे में गिर गया या किसी हादसे का शिकार हो गया तो उसकी जान को भी खतरा हो सकता हैं.