नरेंद्र मोदी को शमशान घाट में आया था अटल बिहारी वाजपेयी का फोन, मिली ऐसी खबर कि बदल गई जिंदगी
देश के पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी 17 सितंबर को अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं. ऐसे में देशभर में लोग उन्हें बधाई संदेश दे रहे हैं. वहीं भाजपा कार्यकर्ता इस मौके पर ‘सेवा सप्ताह’ मना रहे हैं. मोदी जी अपने काम को लेकर भी चर्चाओं में छाए रहते हैं. आज वे देश के प्रधानमंत्री हैं, इसके पहले गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोदीजी गुजरात के सीएम कैसे बने? उन्हें ये खुशखबरी कब और कैसे मिली होगी? दरअसल इसके पीछे भी एक बड़ा ही दिलचस्प किस्सा हैं.
नरेंद्र मोदी को सीएम बनने की बात सबसे पहले खुद देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बताई थी. हालाँकि जब नरेंद्र मोदी को इस बात के लिए अटल बिहारी का फोन कॉल आया था तब वे शमशान घाट में मौजूद थे. दरअसल बात उस समय की हैं जब साल 2001 में कांग्रेस के बड़े नेता माधव राव सिंधिया का एक प्लेन क्रैश में निधन हो गया था. इसी प्लेन में एक गोपाल नाम के पत्रकार का भी देहांत हो गया था. अब माधव राव सिंधिया के अंतिम संस्कार में तो कई बड़े नेता आए थे लेकिन इस वजह से उस पत्रकार के अंतिम संस्कार में गिने चुने लोग ही मौजूद थे. मोदीजी को ये बात बुरी लग रही थी इसलिए वे उस पत्रकार के अंतिम संस्कार में शामिल होने चले गए. ज्ञात हो कि उन दिनों नरेंद्र मोदी दिल्ली में ही रहा करते थे.
मोदीजी जब पत्रकार के अंतिम संस्कार हेतु शमशान घाट पर उपस्थित थे तभी अटल बिहारी बाजपेयी का उन्हें फोन आया था. अटल जी ने पूछा था “कहाँ हो?” इस पर मोदीजी ने जवाब दिया “मैं अभी शमशान घाट पर हूँ” इस बात पर अटलजी हंस पड़े और बोले “अब तुम शमशान में हो तो क्या बात करू?” फिर मोदीजी ने कहा “आप ने फोन किया तो जरूर कुछ काम होगा बताइए.” इस पर अटल जी बोले “पहले ये बताओ तुम शमशान में क्यों हो और कब तक लौटोगे?” इसके बाद नरेंद्र मोदी ने अटलजी को पूरा वाक्या सूना दिया.
तो दोस्तों इस तरह शमशान घाट पर ही मोदीजी को अपने गुजरात का सीएम बनने की सुचना मिली थी. वैसे तो उन्होंने अटलजी के इस ऑफर को फोन पर ही एक्सेप्ट कर लिया था लेकिन फिर भी मोदीजी रात में अटलजी से मिलने उने निवास स्थल पर गए. और ऐसे एक फोन कॉल के बाद मोदीजी साल 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बन गए.
बता दे कि मोदीजी हर साल अपना जन्मदिन अहमदाबाद में मानते हैं. इसकी शुरुआत वे अपनी माँ से आशीर्वाद लेकर करते हैं. इसके अतिरिक्त गुजरा के लोग मोदीजी के जन्मदिन पर नर्मदा महोत्सव मनाते हैं. वहीं अहमदाबाद शहर को एयरपोर्ट से लेकर राज भवन तक होर्डिंग और बैनर से सजाया जाता हैं. उधर सोशल मीडिया पर भी आम लोगो से लेकर बड़ी बड़ी हस्तियों ने मोदीजी को जन्मदिन की बधाईयाँ देना शुरू कर दिया हैं. मोदीजी के बर्थडे पर हम यही कामना करते हैं कि वे स्वस्थ रहे और लंबी उम्र प्राप्त करे. साथ ही उन्हें अपने राजनितिक करियर के लिए ढेर साड़ी शुभकामनाएं.