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गलत चालान काटने पर करेंगे ये काम तो नहीं भरना होगा जुर्माना, जानें कैसे

नए चालान नियम ने सभी की मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं. लोगों का ध्यान अब ड्राइविंग पर कम और इस बात पर ज्यादा है कि कहीं उनका चालान न कट जाए. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि चालान के इन नियमों से लोगों में खौफ रहेगा और लोग संभलकर ड्राइविंग करेंगे. वहीं, कुछ लोगों के अनुसार सरकार ने ये नियम केवल अपना मुनाफा बढ़ाने के लिए बनाये हैं. उनका जनता की हित से कुछ लेना-देना नहीं है. उनके अनुसार कुछ लोगों के बिना वजह हजारों के चालान काट दिए जा रहे हैं. खैर, अब लोग जो भी बोलें ये नियम तो जनता की हित के लिए ही बनाये गए हैं. जिसका चालान कट गया वह रो रहा है और जिसके पास सभी पेपर्स हैं वह बेख़ौफ़ गाड़ी चला रहा है.

बता दें, नए मोटर व्हीकल एक्ट को 1 सितंबर से लागू किया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस एक्ट के बाद जितनी गाड़ी की कीमत नहीं उससे ज्यादा लोग चालान भर रहे हैं. चालान की रकम हजारों से लेकर लाखों तक पहुंच जा रही है. हाल ही में एक 15 हजार की स्कूटी का 23 हजार रुपये चालान कट गया और दिल्ली में एक ट्रक का चालान 2 लाख रुपये का काटा गया. अब लोगों में चालान कटने का खौफ आ गया है. जो बरसों से बिना लाइसेंस के गाड़ी चला रहे थे वह अब लाइसेंस बनवा रहे हैं. जिन्होंने कभी प्रदूषण चेक नहीं करवाया, वह अब लाइनों में लगकर प्रदूषण चेक करवा रहे हैं. लेकिन कुछ मामले ऐसे भी सामने आये हैं जिनमें लोगों का गलत चालान काटा गया है. कई लोगों ने शिकायत की है कि कोई नियम उल्लंघन नहीं करने के बावजूद पुलिस उनके चालान काट रही है. अब समस्या ये है कि ऐसे में व्यक्ति क्या करे?

गलत चालान कटने पर करें ये काम

यदि आपको लगता है कि आपने किसी ट्रैफिक रूल को नहीं तोड़ा है और फिर भी आपका चालान किया जा रहा है तो इस स्थिति में आपको बिलकुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट उपेन्द्र मिश्र के मुताबिक फिलहाल चालान टू कोर्ट किया जा रहा है. यानी चालान को ऑन द स्पॉट नहीं काटा जा रहा है. ऐसे में आपको चालान अपने संबंधित इलाके के कोर्ट में जाकर भरना होता है. जहां आपका चालान कटा है वहां ट्रैफिक पुलिस आपको मजबूर नहीं कर सकती कि आप ऑन द स्पॉट ही चालान भरें. वहीं, वकील मार्कंडेय पंत ने कहा कि जब आप चालान भरने कोर्ट जाते हैं तो आपके पास दो ऑप्शन होते हैं. पहला आप कोर्ट में जाकर अपना जुर्म कबूल कर लें और जुर्माना राशि भर दें. दूसरा आप जुर्म कबूलने से इनकार कर दें.

यदि आपको लगता है कि आपने कोई गलती नहीं की है फिर भी आपका चालान काटा गया है तो आप जुर्म मानने से इनकार कर दें, जिसके बाद कोर्ट का मामले में समरी ट्रायल होता है और अगर पाया जाता है कि आपका चालान गलत तरीके से कटा है तो आपके चालान को रद्द कर दिया जाता है. बता दें, चालान में एक विटनेस का साइन होना जरूरी है. समरी ट्रायल में ट्रैफिक पुलिस को एक विटनेस पेश करना होता है और यदि वह ऐसा नहीं कर पाती है तो आप जुर्माने से बच सकते हैं. दोनों वकीलों के मुताबिक अधिकतर मामलों में ट्रैफिक पुलिस विटनेस पेश नहीं कर पाई है, जिस वजह से मामले को ख़ारिज किया गया है.

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