दूरदर्शन के ये 5 सुपरहिट सीरियल आज भी हैं लोगों को याद, रामायण की लोकप्रियता आज भी है
भारतीय लोक सेवा प्रसारण दूरद्शन 60 का साल का हो गया है। साल 1959 को ये 15 सिंतर को लॉन्च हुआ था और आधुनिक भारत के लिए ये बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर दूरदर्शन के लोगों को देखें तो ये एक आंख है इससे हम दुनिया जहान के सारे दृश्य देख पाएंगे। देश में टीवी की शरुआत उसी दौर में हुई थी और इन कार्यक्रमों ने खूब धूम मचा दी थी। आज करोड़ों लोगों के जहन में कोई ना कोई यादें जरूर होंगी और दूरदर्शन के ये 5 सुपरहिट सीरियल आज भी हैं लोगों को याद, इनमें से आपका फेवरेट कौन सा था?
दूरदर्शन के ये 5 सुपरहिट सीरियल आज भी हैं लोगों को याद
बुनियाद
दूरदर्शन के अपने हर सीरियल का एक फ्लेवर होता था और हर कोई अपने पसंदीदा सीरियल का इंतजार करता था। भारत में टेलीविजन आने की शुरुात में रमेश सिप्पी और ज्योति द्वारा निर्देशित सुपरहिट शो बुनियाद सबका फेवरेट हुआ करता था। इस नाटक की लोकप्रियता उस दौर में बहुत ज्यादा थी और फिर इसे सालों बाद एक प्राइवेट चैनल पर भी प्रसारित किया गया था।
हम लोग
मनोहर श्याम जोशी का सुपरहिट सीरियल हम लोग सबका फेवरेट हुआ करता था। 154 एपिसोड दिखाने वाले ये धारावाहिक करीब 1 साल चला था। इसके मध्यवर्गीय पात्र ना सिर्फ दर्शकों से कनेक्ट थे बल्कि लोगों की जुबान पर भी इस शो के चर्चे रहते थे। पारिवारिक घटनाक्रमों पर आधारित इस कार्यक्रम ने अपनी खास जगह बनाई थी।
फौजी
साल 1989 में एक सीरियल आता था जिसका नाम फौजी था और इसी से शाहरुख खान ने अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद इन्होंने कई सीरियल किये लेकिन ये उनके दिल के आज भी करीब है। इस सीरियल को देखकर ही उन्हें सर्कस में रोल मिला और फिर उन्हें मुंबई जाकर अपनी कला दिखाने का मौका भी मिला। सर्कस में हेमा मालिनी ने शाहरुख खान को देखा और फिर अपनी फिल्म दिल आशना में रोल दिया। इसके बाद शाहरुख खान सफलता के उस शिखर पर पहुंचे जहां हर कोई नहीं पहुंच सकता। सीरियल फौजी में शाहरुख सैनिक बने थे और इस सीरियल को उस दौर में खूब पसंद किया गया था।
शक्तिमान
दूरदर्शन पर करीब 400 एपिसोड दिखाए जाने वाले सीरियल शक्तिमान को 80 और 90 के दशक अच्छे से जानते हैं। इस सीरियल की दीवानगी उस दौर के बच्चों के सिर चढ़कर बोलती थी। ये सीरियल पूरी दुनिया में लोकप्रिय हुआ और शो खत्म होने के बाद भी लोगों ने इसे फिर से प्रसारित करने की मांग की थी।
रामायण
25 जनवरी, 1987 को शुरु हुए रामानंद सागर के रामायण को एक साल तक दिखाया गया था। इस शो की लोकप्रियता इतनी हुई कि हर रविवार को ज्यादातर घरों से रामायण की आवाज आती थी। हालांकि उस दौर में हर घर में टीवी होना मुश्किल होता था तो जिसके घर में भी टीवी होती थी वहां जमावड़ा लग जाता था।