मुलेठी में छिपा है कई रोगों का इलाज, जानिए इसके फायदे और गुण
अक्सर आपने दादी के पिटारों में एक लकड़ी देखी होगी जो खाने में थोड़ी मीठी तो कुछ अलग से स्वाद की लगती है। जब भी बचपन में हमें खांसी या जुकाम होता था वे मुलेठी को मुंह में डाल देती थी और ज्यादातर असरदार हुआ करती थी। मुलेठी को अंग्रेजी में Licorice कहते हैं और ये मीठी जड़ हती है जो जड़ी बूटियों में आता है और आमतौर पर किसी भी दुकानों में मिल जाता है। मगर क्या आप ये जानते हैं कि मुलेठी में छिपा है कई रोगों का इलाज, इसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
मुलेठी में छिपा है कई रोगों का इलाज
लिकोरिस रूट यानी मुलेठी को मीठी जड़ भी कहते है। मुलेठी ना सिर्फ सर्दी और खांसी के लिए फायदेमंद होता है बल्कि ये आपकी खूबसूरती को भी बढ़ाने में रामबाण साबित हो सकता है। मुलेठी कई बीमारियों में दवा का काम करती है और मुलेठी का प्रयोग ज्यादातर लोग कैंटी या मीठे पेय पदार्थों में स्वीटनर के रूप में करते हैं लेकिन इसका खास उपयोग औषधीय रूप में किया जाता है। मुलेठी की जड़ में इतने औषधीय गुणों की खान होती है कि ये कई बीमारियों में दवा से बेहतर काम करती है। मुलेठी स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करके खूबसूरती बढ़ाने में मददगार साबित होता है। मुलेठी एक पौधे की जड़ है जिसे ग्लाइसीर्रिजा ग्लबरा भी कहते हैं। मुलेठी यूरोप और एशिया में पाया जाने वाला एक पौधा है जो खरपतवार की श्रेणी में आता है लेकिन इसके गुणों के चलते ये बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। पुराने समय में मिस्र के लोग कई बीमारियों का इलाज इसी से कर लेते थे। बाद में चीन में भी मुलेठी का उपयोग औषधीय के रूप में किया जाने लगा। कई बार लोग इसे माउथ फ्रेशनर के रूप में करने लगे थे।
- किसी भी तरह कि खांसी को सही करने के लिए मुलेठी की जड़ बहुत लाभकारी होती है। मुलेठी को पीस कर उसे मुंह में रख लें और उसका रस चूसने से ही खराश दूर होती है। लंबे समय से चली आ रही खांसी में इससे तुरंत आराम मिलता है। आप चाहे तो इसे काली मिर्च के साथ पीस कर खा सकते हैं या फिर इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
- अगर आपके चेहरे पर बहुत दाग-धब्बे हो गए हों या फिर चेहरा काला सा हो गया हो तो मुलेठी के पाउडर को ग्लिसरीन ओर नींबू के रस में मिला कर पेस्ट बनाकर अच्छे से चेहरे पर लगाएं। सूखने पर इसे धुल दें। मुलेठी का काढ़ा पीने से भी आपके ब्लड की गंदगी साफ हो जाती है और स्किन चमकदार बनती है।
- अगर आपको कमजोरी महससू हो रही हो तो आप दूध के साथ मुलेठी के पाउडर को लेना शुरू कर दीजिए। एक चम्मच मुलेठी पाउडर को आप घी और शहद मिला कर भी ले सकते हैं, जिससे आपका हृदय सही रहेगा।
- जिन लोगों के मुंह में बार-बार छाले हो जाते हैं, उन्हें मुलेठी का सेवन जरूर करना चाहिए। इसका रस मुंह के छालों को ही नहीं पेट की गर्मी को भी शांत कर देता है। इतना ही नहीं इससे आवाज भी सुरीली होती है और बता दें कि इसका सेवन लता मंगेशकर ज्यादा करती हैं।
- पेट में अल्सर कि शिकायत हो गई हो तो मुलेठी का ठंडा काढ़ा पीना चाहिए। ये पेट को ठंडा रखता है और पेट के घाव को भरने का काम करता है। इसके अलावा ये टीबी के मरीजों को भी फायदा पहुंचाता है।