जल्द नानी बनेगी रवीना टंडन, बेटी छाया की इस अंदाज़ में करी गोद भराई, देखे तस्वीरें
बॉलीवुड की ‘मस्त मस्त’ गर्ल रवीना टंडन अपनी बेबाकी और बिंदास अंदाज़ के लिए जानी जाती हैं. 90 के दशक में रवीना की गिनती फिल्म इंडस्ट्री की टॉप की अभिनेत्रियों में होती थी. आज भी उनकी पॉपुलैरिटी में कोई कमी नहीं आई हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि रवीना जब 21 साल की थी तो उन्होंने एक ऐसा नेक और बोल्ड काम किया था जिसे देख हर कोई हैरान रह गए थे. दरअसल 21 वर्ष की उम्र में रवीना ने दो बेटियों पूजा टंडन और छाया टंडन को गोद लिया था. उस दौरान रवीन शादीशुदा भी नहीं थी. ये बात साल 1995 की हैं. उस दौरान रवीना के इस निर्णय की बहुत से लोगो ने आलोचना भी की थी. कोई बोला बच्ची गोद लेने को इसकी उम्र कम हैं तो किसी ने सलाह दी कि अभी से बच्ची गोद ले लेगी तो तुझ से शादी कौन करेगा? हालाँकि रवीना ने किसी की ना सुनी. उन्होंने वही किया जो उनके दिल ने कहा. बाद में रवीना की शादी अनिल थंडानी से हो गई. इस शादी से उन्हें एक बेटा रणबीर और बेटी राशा हुई.
अब जल्द ही रवीना की फैमिली में एक और नन्हा मेहमान आने वाला हैं. दरअसल रवीना टंडन नानी बनने वाली हैं. ये आने वाला बच्चा उनकी गोद ली बच्ची छाया टंडन का हैं. ऐसे में छाया के बेबी शावर (गोद भराई) की कुछ तस्वीरें भी तेजी से वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों को रवीना की करीबी मित्र पूजा मखीजा ने इन्स्टाग्राम पर शेयर किया हैं. फोटोज के साथ उन्होंने लिखा “होने वाली नानी को ढेर सारी बधाईयाँ. कई लोग अस्वार्थी प्रेम को लेकर ज्ञान देते हैं लें रवीना तुमने इसे प्रैक्टिकली पूरी सिद्दत और परवाह के साथ किया. और राशा (रवीना की बेटी) तुम एक अच्छी होस्ट थी. मुझे यकीन हैं कि मैं भी एक सुपर मासी बनूँगी. रवीना मुझे तुम पर गर्व हैं.”
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Me and my brood ! My baby’s baby! Countdown has begun !!??♥️♥️?? @officialrashathadani
एक पुराने इंटरव्यू में रवीना ने दो बेटियों को गोद लेने के अपने निर्णय के बारे में बताया था. उन्होंने तब कहा था “उस दौरान मैंने इतना नहीं सोचा कि मैं ये कैसे मैनेज करुँगी. हालाँकि मुझे ये पता था कि में दो बच्चों को एक बेहतरीन लाइफ देने में सक्षम हूँ. इसलिए मैंने उन्हें गोद ले लिया. आज मुझे उन दोनों पर गर्व हैं. लेकिन ये सब मेरे परिवार के सपोर्ट के बिना संभव नहीं था. मैं तो लगातार शूटिंग पर होती थी ऐसे में मेरी फैमिली ने ही दोनों बेटियों को संभाला.”
एक अन्य इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि ये सब क्यों और कैसे हुआ. रवीना कहती हैं “ये मेरी मोहरा (1994) फिल्म के पहले की बात हैं. मैं और मेरी माँ विकेंड्स पर अक्सर आशा सदन जैसे आनाथालय जाते रहते थे. एक दिन मेरे कजिन का देहांत हो गया. वो अपने पीछे दो बेटियां छाया उर पूजा को छोड़ गया. उनके पालक उन्हें जिस प्रकार से ट्रीट करते थे वो मुझे पसंद नहीं आया था. इसलिए मैं दोनों लड़कियों को अपने साथ घर ले आई. मैंने इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा. ये मेरे दिमाग में नेचरली आ गया. मैं उन लड़कियों को ऐसी लाइफ देने चाहती थी जिसकी वो हकदार हैं. मैं कोई अरबपति तो नहीं हूँ लेकिन अपनी तरफ से जो हो सके हेल्प करना चाहती थी.”
रवीना का ये काम सच में सराहनीय हैं. वैसे उन्हें जल्द ही नानी बनने ई एडवांस में बधाईयाँ.