कथा : पवित्र मन होने पर ही जीवन में सच्चा सुख प्राप्त किया जा सकता है
हर इंसान अपने जीवन में सुख और शांति चाहता है और अपना जीवन खुशियों के साथ बिताना की तमन्ना रखता है। हालांकि कई लोग जीवन में इसी बात का सवाल तलाशने में लगे रहते हैं कि वो कैसे एक सुखी और शांत जिंदगी पा सकते हैं। वहीं एक सुखी जीवन पाने से एक लोक कथा जुड़ी हुई है और इस कथा के माध्यम से लोगों को बताया गया है कि आप कैसे एक खुशहाल जीवन पा सकते हैं।
इस कथा के अनुसार एक बार एक संत एक गांव में प्रवचन देने के लिए आता है। इस संत को ये गांव बेहद ही पसंद आ जाता है और संत सोचता है कि क्यों ना मैं कुछ दिन यहां पर रूक जाओं। संत रोज शाम को गांव के लोगों को प्रवचन दिया करता था और प्रवचन देने के बाद लोगों के घरों में जाकर उनसे भिक्षा मांगता था। एक दिन ये संत एक महिला के घर जाता है और महिला से भिक्षा मांगता है। महिला संत की आवाज सुन तुरंत अपने घर का दरवाजा खोल देती है और संत को भिक्षा में चावल दे देती हैं। चावल देने के बाद ये महिला संत से कहती है, महाराज मेरे मन में एक सवाल है क्या आप मुझे उसका उत्तर दे सकते हैं। संत महिला को सवाल पूछने की आज्ञा दे देता है। ये महिला संत से सवाल करते हुए कहती है, महाराज जीवन में सच्चा सुख और खुशी कैसे मिलती है? संत महिला का ये सवाल सुनने के बाद उसे कहते है, मैं कल तुम्हें इस सवाल का उतर दूंगा ।
अगले दिन संत प्रवचन देने के बाद फिर से भिक्षा मांगने के लिए इस महिला के घर जाता है। ये महिला संत के लिए खीर बनाती है और जब संत इस महिला के घर आते हैं, तो ये महिला संत से कहती है, महाराज आज मैंने आपके लिए खीर बनाई है। आप अपना कमंडल आगे करें, मैं इसमें खीर डाल देती हूं। महिला की बात सुनने के बाद संत अपना कमंडल आगे कर देता है। कमंडल बेहद ही गंदा होता है और इसमें कचरा भरा होता है। कचरे को देख महिला उसमें खीर नहीं डालती है और संत से कहती है, इसमें तो कचरा है। मैं इसमें खीर नहीं डाल सकती हूं। संत महिला से कहता है कोई बात नहीं तुम इसमें खीर डाल दो। महिला संत से कहती है आप मुझे ये कमंडल दे दीजिए। मैं इसे साफ कर देती हूं। इसे साफ करने के बाद ही मैं इसमें खीर डाल दूंगी।
महिला कि ये बात सुनकर संत महिला से कहता है जब तक हमारे मन में क्रोध, लोगों के लिए बुरी भावना, बुरे विचार और लोभ होता है। तब तक हमें एक शांत और सुखी जीवन नहीं मिल सकता है। जिस तरह से इस कमंडल को साफ करने से ये पवित्र हो जाएगाी और खीर डालने के योग्य बन जाएगा। उसी तरह से जब तुम क्रोध, बुरी भावना, लोभ जैसी चीजों को अपने मन से निकाल दो गी तब तुम्हें एक सुखी और शांत जीवन मिल जाएगी। संत की बात सुनकर महिला को समझ आ गया कि जिन लोगों का मन पवित्र होता है वो लोग सदा ही सुख और शांत जीवन व्यतीत करते हैं।