ये हैं गाँव की रिवोल्वर रानी, हमेशा साड़ी में बाँध के रखती हैं पिस्तौल, जाने क्यों?
दंगल फिल्म में आमिर खान का एक डायलाग था ‘म्हारी छोरियां भी छोरो से कम हैं के?’ ये बात सत प्रतिशत सत्य हैं. आज के जमाने में हर काम में महिलाएं मर्दों की बराबरी कर रही हैं. फिर ये काम किसी भी प्रकार का क्यों ना हो. महिलाओं ने खुद को उसके काबिल बनाना सिख लिया हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी महिला से बताने जा रहे हैं जो अपने गाँव में ‘लेडी सिंघम’ और ‘रिवोल्वर रानी’ के नाम से जानी जाती हैं. ये जब गाँव की सड़कों पर निकलती हैं तो अपराधी यहाँ वहां मुंह छिपा बचते दिखाई देते हैं.
इनसे मिलिए. ये हैं आभा देवी. बिहार के पटना के फुलवारी शरीफ ब्लॉक में गौनपुर पंचायत हैं, आभा देवी इसी पंचायत की दबंग मुखिया हैं. इनकी ख़ास बात ये हैं कि आभा देवी की कमर में हमेशा एक पिस्टल बंधी रहती हैं. साड़ी पहने एक आम महिला जैसी दिखने वाली आभा देवी जब भी घर से निकलती हैं तो कमर में पिस्तौलल बांधना नहीं भूलती हैं. यही वजह हैं कि इस इलाके के अपराधी और गलत काम करने वाले लोग इनके आने से ही कांप उठते हैं.
इसकी शुरुआत तब हुई जब उन्हें अपने पंचायत के विकास संबंधी काम करवाने में दिक्कते आने लगी. कई लोग महिला को देख उन्हें डराते, धमकाते हैं. कुछ जोर आजमा के दबाव बनाते हैं. इन चीजों से परेशान होकर आभा देवी ने पिस्तौल अपने पास रखना शुरू कर दिया. उनका कहना हैं कि साल 2016 में मुझे आर्म लाइसेंस मिला था. इसके बाद मैंने 1.36 लाख रुपये की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनी एक शानदार पिस्टल खरीद ली. आभा जी बताती हैं कि उन्होंने ये पिस्तौल चलाने का अभ्यास पहले अपने पति राम आयोध्या शर्मा की पिस्तौल पर किया था. इसके बाद वो इस काम में इतनी ज्यादा अनिभावी हो गई कि पति से भी तेज पिस्तौल चला लेती हैं. गाँव वालों का कहना हैं कि आभा देवी ने हमारे गाँव में कई सारे विकास संबंधित कार्य करवाए हैं.
आभा देवी के दो रूप देखने को मिलते हैं. घर में वो चार बच्चों की माँ और एक आदर्श गृहणी होती हैं. यहाँ उनका स्वभाव बड़ा विनम्र और शांत होता हैं. हालाँकि जब वे घर से निकल काम पर जाति हैं तो पूरी तरह से लेडी सिंघम बन जाती हैं. आभा जी का कहना हैं कि मेरी घर की और बाहर की दुनियां में जमीन आसमान का अंतर हैं. बाहर मुझे कई गुंडे बदमाश और अपराधियों का सामना भी करना पड़ जाता हैं. ऐसे में पिस्तौल सहारा बनती हैं.
यह दबंग लेडी कई लोगो के लिए एक मिसाल हैं. इन्होने समाज को बता दिया कि दुनियां में ऐसा कोई आम नहीं हैं जिसे औरते अच्छे से ना कर सके. बल्कि महिलाओं को तो घर और जॉब दोनों की ही जिम्मेदारी संभालनी पड़ती हैं. इसलिए हमारा भी फर्ज बनता हैं कि हम इस टाइप की महिलाओं की रिस्पेक्ट करे और घर काम में भी उनकी सहायता करे.
वैसे आपको बिहार की ये ‘रिवोल्वर रानी’ कैसी लगी हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताए. साथ ही यदि आपको ये खबर पसंद आई तो इसे सभी के साथ शेयर करे.