Photos: बचपन कुछ ऐसा हुआ करता था कि हम हर चीज की जिद कुछ ऐसे करते थे जैसे वो अपनी जागीर हो
बचपन कुछ ऐसा हुआ करता था कि हम हर चीज की जिद कुछ ऐसे करते थे जैसे वो अपनी जागीर हो। फिर माता-पिता वो पूरा कर पाएं या नहीं कर पाएं लेकिन हम पूरा करवाकर ही दम लेते थे। 90 के दशक में बड़े हो रहे हर बच्चों के अंदर बहुत पाने का जज्बा रहा है और वे इन 12 तस्वीरों को देखकर ही तो बड़े हुए हैं। हर किसी में एक ख्वाब होता था कि ये चीजें अच्छी हैं और हमेशा जिसे पाने की चाह रही वो आज भी याद हैं ? इसके बारे में पढ़कर और इन तस्वीरों को देखकर आपको भी आपका दौर याद आएगा।
हमेशा जिसे पाने की चाह रही वो आज भी याद हैं ?
बचपन में आसमान में उड़ते हुए हवाई जहाज को देखकर उसमें बैठने की चाह हम सभी में रही होगी। बड़े होने पर ये इच्छा पूरी हुई तो लड़कपन में जिस साइकिल पर दूर-दूर तक सैर कर आते थे वो ही हमारे लिए ठीक थी। इंसान का मन चंचल होता है और तब जो चाहते थे वो मिलता नहीं था और अब वो चाहते हैं वो मिल नहीं सकता है। हम सबके दिल के किसी कोने में बच्चा बैठा है और इसी को देखते हुए आज हम आपको बचपन की उन 12 गाड़ियों की तस्वीरें दिखाएंगे।
बचपन की वो साइकिल, जिसे पाने के लिए हम सभी के अंदर कोई ना कोई बहाने और तमन्नाएं होती थीं।
यामहा RX100 ऐसी बाइक होती थी जिसपर फिल्मी हीरो की एंट्री हुआ करती थी। इस बाइक को रखने की चाह उस दौर के हर टीनएज युवाओं में होती थी।
आज के दौर में जिस मारूति 800 को आम गाड़ी समझी जाती है शायद इसके मॉडल्स भी आने बंद हो गए हों। वो गाड़ी एक समय बताती थी कि सामने वाला कितना अमीर है और कितना मिडिल क्लास का। ये उस दौर के लोगों का क्लास बताती थी।
अगर किसी के घर की हालत ठीक-ठाक होती थी तो उनके घरों में लंब्रेटा पाई जाती थी। ये गाड़ी उस दौर की सबसे महंगी स्कूटर हुआ करती थी ये जितनी बढ़ियां चलती थी उतनी ही ज्यादा आवाज भी करती थी।
हर अमीर आदमी के पास इस मॉडल की गाड़ी HP Contessa जरूर होती थी। ये उस दौर की शानदार कारों में एक हुआ करती थी।
बजाज का प्रिया स्कूटर तो हर दूसके घर में पाई जाती थी। उस समय हर बिजनेसमैन इसे ज्यादा रखते थे।
Fiat Premier Padmini ये एक टैक्सी थी जो मुंबई की सड़कों पर आज भी दोड़ती है लेकिन नये अंदाज में।
भारत के गावों में हर किसान परिवार जो अमीर होते थे या फिर क्षत्रियों के यहां एक राजदूत जरूर होती थी। इसके मैकेनिक भी बहुत कम पाए जाते थे।
Kinetic वालों ने सबसे पहले Kinetic Luna ही मार्केट में उतारी थी।
एमबेस्डर कार तो आज के समय में विलुप्त होती नजर आ रही है। जो उस दौर की शान हुआ करती थी।
मारुति ओमनी 90 के दशक में नई-नई लॉन्च हुई थी और इसका क्रेज लगभग खत्म हो चुका है फिर भी ये सड़कों में चलती मिल जाएगी।
मेटाडोर वैन भी उस दौर में बहुत पाई जाती थी।