इतिहास रचने के बाद मीडिया से मिलीं ‘गोल्डन गर्ल’ सिंधु, कह डाली इतनी बड़ी बात
बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर विश्व पटल पर भारत का झंडा लहराने वाली पी वी सिंधु ने मीडिया से बातचीत के दौरान बड़ा बयान दिया। जी हां, विश्व पटल पर भारत का सीना गर्व से चौड़ा करने के बाद पी वी सिंधु ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने आखिरी कैसे इतिहास रच दिया। रविवार को पी वी सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा करारी मात दी और एक सुनहरा इतिहास रच दिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
पी वी सिंधु इस टूर्नामेंट में लगातार दो बार (2017 और 2018) फाइनल में हारी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने अपने हाथ से मौका नहीं जाने दिया और जीत के साथ ही एक सुनहरा इतिहास रच दिया। जी हां, पी वी सिंधु भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जो वर्ल्ड चैंपियन बन गई है। पी वी सिंधु ने अपने खेल और दिमाग से विरोधियों के हौसले को पस्त करते हुए भारत का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया, जिसके बाद उन्होंने बताया कि आखिर कैसे वे इतिहास रचने में सफल हुई। बता दें कि पी वी सिंधु की जीत से भारत में जश्न का माहौल है।
जीत के बाद पी वी सिंधु का बड़ा बयान
बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में इतिहास रचने के बाद पी वी सिंधु ने मीडिया से बातचीत में अपनी दिल की बात कही। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस बार मैं अपना खास देने के लिए तैयार थी, लेकिन मैंने इस मुकाबले को भी वैसे ही खेला, जैसा कि मैं पिछले मैच में खेली थी। बता दें कि पी वी सिंधु पहले दो बार चैंपियन बनने से रह गई थी, लेकिन इस बार उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ा और वर्ल्ड चैंपियन बन गई, जिसके बाद देश में बधाईयों का सिलसिला शुरु हो गया।
हर चीज़ के लिए तैयार थी मैं- पी वी सिंधु
जीत के बाद पी वी सिंधु ने कहा कि मैं हर चीज़ के लिए पूरी तरह से तैयार हो कर आई थी, क्योंकि मुझे अपना बेस्ट देना था। साथ ही उन्होंने कहा कि जापान के खिलाड़ियों के साथ मैच हमेशा लंबा होता है, इसीलिए मैंने पहले से ही खुद को मानसिक और शारीरिक रुप से फिट कर रखा था, लेकिन मैंने मैच हर दिन जैसा ही खेला, जिसकी वजह से सफलता मिली।
भारत की पहली गोल्ड मेडल खिलाड़ी बनीं पी वी सिंधु
बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में जापान को हराते ही पी वी सिंधु के नाम कई अनोखे रिकॉर्ड दर्ज हो गए हैं, जिसमें से पहला यही है कि वे पहली ऐसी खिलाड़ी बनी, जिन्होंने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से गोल्ड मेडल जीता और एक इतिहास रच दिया। बता दें कि पी वी सिंधु की इस जीत के साथ ही भारत खुशी से झूम उठा। इससे पहले वह बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में साल 2017 और 2018 में रजत के अलावा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं हैं, ऐसे में अब उनके पास पांच पदक हो गए हैं।