मोदी को यूएई का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर बौखलाया पाक, ‘बोला ये सही नहीं किया’
संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ज़ायेद’ को लेकर पाकिस्तान देश ने अपनी आपत्ति जताई है। पाकिस्तान मीडिया में मोदी को ये सम्मान देने को लेकर खूब चर्चा की जा रही है और पाकिस्तान मीडिया मोदी को दिए गए इस सम्मान की आलोचना कर रही है। वहीं यूएई में मोदी को ये सम्मान दिए जाने को लेकर पाकिस्तानी सीनेट के चेयरमैन सादिक़ सनर्जानी ने अपना यूएई दौरे रद्द कर दिया है। अपना दौरा रद्द करते हुए सादिक ने एक बयान भी जारी किया है और अपने इस बयान में कहा है कि मोदी के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के कारण कश्मीरी मुसलमानों के साथ नाइंसाफ़ी हुई है और दूसरी तरफ यूएई ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान मोदी को दिया। ऐसे में यूएई जाना कश्मीरी माताओं, बहनों और बुज़ुर्गों के साथ अन्याय होगा।
Humbled to be conferred the ‘Order of Zayed’ a short while ago. More than an individual, this award is for India’s cultural ethos and is dedicated to 130 crore Indians.
I thank the UAE Government for this honour. pic.twitter.com/PWqIEnU1La
— Narendra Modi (@narendramodi) August 24, 2019
पाकिस्तान देश के प्रमुख अखबारों में मोदी को ये सम्मान दिए जाने पर संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ कड़े शब्द लिखे गए हैं। पाकिस्तान देश के प्रमुख अखबार डॉन में लिखा गया है कि, ”ऑर्डर ऑफ ज़ायेद में मोदी की एंट्री से पता चलता है कि संयुक्त अरब अमीरात के लिए भारत कितना मायने रखता है। भारत कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयाताक देश है। भारत दुनिया के बड़े उपभोक्ता बाजारों में से एक है और यूएई में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं। वहीं पाक टी.वी चैनलों में कहा जा रहा है कि जब कश्मीर में भारत ने एकतरफ फैसला किया है, तो मोदी को ये सम्मान क्यों दिया गया है।
पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने मोदी को दिए गए इस सर्वोच्च सम्मान पर एक ट्विटर करते हुए लिखा है कि ”फांसीवादी मोदी को संयुक्त अरब अमीरात का सबसे सर्वोच्च सम्मान देने के खिलाफ़ दुनिया के बड़े-बड़े मुस्लिम नेता खामोश रहे। लेकिन एक बहादुर ब्रिटिश सांसद नाज शाह ने यूएई हुक़ूमत के इस फैसले के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है। पाकिस्तानी और कश्मीरियों की भावनाओं को नाज ने व्यक्त किया है। बहादुर बहन नाज़ शाह का बहुत शुक्रिया।”
فاشسٹ مودی کو امارات کا سب سے بڑا ایوارڈ دینے کے خلاف امت مسلمہ کے بڑے بڑے لیڈر خاموش رہے لیکن برطانوی پارلیمنٹ کی ایک بہادر خاتون رکن @NazShahBfd نے اماراتی حکومت کو احتجاجی خط لکھ کر پاکستانیوں اور کشمیریوں کی اکثریت کے جذبات کی ترجمانی کر دی بہادر بہن ناز شاہ کا بہت شکریہ https://t.co/ROimQxj2vg
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) August 24, 2019
गौरतलब है कि हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात देश ने मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ज़ायेद’ देने की घोषाण की थी जिसके बाद 24 अगस्त को मोदी को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया था। वहीं मोदी के यूएई दौरे पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने पीएम मोदी से कहा कि वो बहुत ही कृतज्ञ हैं कि उनके भाई अपने दूसरे घर अबू धाबी आए हैं।
आपको बात दें कि यूएई का ये सर्वोच्च नागरिक सम्मान संयुक्त अरब अमीरात के पहले राष्ट्रपति शेख ज़ायेद बिन सुल्तान अल नाह्यान के नाम पर दिया जाता है। मोदी से पहले ये अवार्ड यूएई देश द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, महारानी एलिज़ाबेथ-2 और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को दिया जा चुका है और ये अवार्ड मिलने के साथ ही मोदी भी इन महान लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं। वहीं ये सम्मान मिलने के बाद मोदी ने कहा कि वो ‘ऑर्डर ऑफ़ ज़ायेद’ पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।