दीदी के राज में ‘मिड डे मील’ में बच्चों को मिला नून-भात, देखें मासूमों के साथ खिलवाड़ का वीडियो
पश्चिम बंगाल के स्कूली बच्चे ‘मिड डे मील’ के नाम पर सिर्फ नून-भात (चावल) खाने को मजबूर हैं। जी हां, ममता दीदी के राज में स्कूली बच्चों को ‘मिड डे मील’ के नाम पर नून-भात नसीब हो रहा है, जिसकी वजह से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। दरअसल, मामला हुगली के बालिका बानी मंदिर स्कूल का है, जहां छात्रों को ‘मिड डे मील’ के नाम पर नून और चावल दिया जा रहा है। मामले की जानकारी मिलते ही सांसद व बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी ने स्कूल का जायजा लिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या कुछ खास है?
हुगली की सांसद व बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी ने जब स्कूल में जाकर इस पूरे मामले का जायजा लिया, तो उन्होंने इस खबर की पुष्टि कि और बताया कि वाकई वहां छात्रों को सिर्फ नून-भात मिल रहा है। हद तो तब हो गई, जब बोर्ड द्वारा निर्देशित मैन्यू में भी नून-भात लिखा हुआ है, जिसे देख हर कोई हैरान हो गया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया। बता दें कि मामला उजागर होने के बाद प्रदेश में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया और सरकारी फंड का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगा।
‘मिड डे मील’ के नाम पर नून-भात
স্কুলের মিড্ ডে মিলেও এবার কাটমানি !
ছোট ছোট শিশুদের মিড্ ডে মিলের ভাগ থেকেও কাটমানি নেবার মতো জঘন্যতম কাজ করতেও এরা পিছুপা হয়না।
ছিঃ তৃণমূল ছিঃ!!! pic.twitter.com/CAACNLDQDR— BJP Bengal (@BJP4Bengal) August 19, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पिछले हफ्ते से ही बच्चों को ‘मिड डे मील’ के नाम पर नून-भात दिया जा रहा है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद डीएम ने इस पूरे प्रकरण में छानबीन का आश्वासन दिया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का भी विश्वास दिलाया है, लेकिन सवाल यही उठता है कि आखिर स्कूल में बच्चों को नून-भात देकर उनके हैल्थ से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। बता दें कि स्कूल में कोई ऐसा टीचर भी नहीं है, जिसके हस्ताक्षर के बाद खानपान का सामान खरीदा जाए।
बच्चों के खाने के साथ हुई बेईमानी
हुगली की सांसद व बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली थी कि छात्रों के मिड डे मील के लिए 25,000 रुपए में 5000 अंडे ख़रीदे गए हैं, लेकिन उसमें से एक भी अंडा बच्चों को नहीं दिया गया। इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि स्कूल से 270 किलो चावल भी गायब है, ऐसे में सवाल उठाते हुए कहा कि किस मंत्री ने बच्चों के खाने के साथ बेईमानी की है, उसका पर्दाफाश होकर रहेगा।
टीएमसी ने लगाया ये आरोप
चिनसुरा नगरपालिका के अध्यक्ष टीएमसी नेता गौरीकान्त मुखर्जी उक्त स्कूल की मैनेजिंग कमिटी के अध्यक्ष हैं, जिन्होंने इस पूरे प्रकरण में स्कूली शिक्षकों पर आरोप लगाया है। मुखर्जी ने कहा कि स्कूल के कुछ शिक्षक जान बूझकर पिछले हफ्ते से छात्रों को नून-भात दे रहे हैं, ताकि बीजेपी इसे मुद्दा बना सके। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले महीने में सिर्फ 18 दिन ही बच्चों को मिड डे मिल दिया गया है, ताकि बीजेपी इसे भुना सके और चुनाव में फायदा उठा सके।