कश्मीर मुद्दे पर UNSC में PAK को मिली हार, जब 48 साल पहले उठाया था ये मुद्दा तो हुआ था ये अंजाम
भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले से पाकिस्तान देश की बुरी हालात हो गई है और इस देश को अब इस बात का डर सता रहा है कि कही भारत इनसे Pok ना छीन लें। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद ही पाकिस्तान देश चीन की शरण में पहुंच गया और चीन के साथ मिलकर पाक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया।
अनुच्छेद 370 को लेकर चीन देश ने पाकिस्तान का साथ दिया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मसले पर क्लोज़ डोर मीटिंग भी की। लेकिन UNSC पहले ही अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाए जाने के फैसले पर अपनी राय दे चुका है और इसे भारत का अंदरूनी मामला बता चुका है। लेकिन फिर भी पाकिस्तान देश ने चीन की मदद से इस मसले को UNSC के सामने उठाने की कोशिश की और चीन और पाकिस्तान की ये कोशिश नाकाम रही। हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने UNSC में कश्मीर का मुद्दा उठाया हो। इससे पहले भी पाकिस्तान देश की और से साल 1971 में UNSC में कश्मीर का मसला उठाया गया था।
दरअसल साल 1971 में भारत और पाकिस्तान देश के बीच युद्ध हुआ था और इस युद्ध में पाकिस्तान की हार हुई थी। पाकिस्तान की हार के साथ ही बांग्लादेश बना था। जिसके बाद पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में ये मसला उठाया था। लेकिन तब भी संयुक्त राष्ट्र ने इस मसले को द्विपक्षीय मसला बताया था। इसके बाद पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर मसले को UNSC में उठाने की कोशिश की लेकिन रूस ने भारत के पक्ष में वोट किया और ये मसला नहीं उठने दिया। इतना ही नहीं साल 1965 में भी UNSC में कश्मीर मुद्दे पर बैठक हुई थी। दरअसल 16 जनवरी, 1964 को पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखा था और इस पत्र में कश्मीर मसले पर बैठक बुलाने की मांग की थी। लेकिन तब भी इस मसले से संयुक्त राष्ट्र ने दूरी बना ली थी।
भारत की छवि करना चाहता है खराब
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से डरा हुआ है। साथ में ही भारत की छवि पूरी दुनिया के सामने खराब हो सके इसलिए पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को समय समय पर उठाता रहता है। हालांकि हर बार फैसला भारत देश के पक्ष में ही आया है। लेकिन बार-बार कश्मीर मुद्दे पर हार का सामना करने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और इस मुद्दे के जरिए भारत को विश्व स्तर पर घेरने की कोशिश करता रहता है।
आखिर अनुच्छेद 370 हटने से क्यों डरा है पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट जाने के बाद से पाकिस्तान देश को बस यही चिंता है कि कही मोदी सरकार उनसे POk ना छिन लें और Pok पर हमला ना कर दे। इतना ही नहीं भारत देश द्वारा ये फैसला आने के कुछ ही दिनों के अंदर पाकिस्तान ने भारत से सभी तरह के आर्थिक और राजनैतिक संबंध तोड़ लिए थे। हालांकि पाकिस्तान के इस फैसले पर भारत ने अपनी कोई भी प्रतिक्रिया देना भी जरूरी नहीं समझा था।