हाफिज सईद नजरबंद,नजरबंदी के लिए सईद ने पीएम मोदी-ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया… देखिये वीडियो!
ट्रंप प्रशासन की ओर से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ने के बीच मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद एवं चार अन्य लोगों को सोमवार रात लाहौर में आतंकवाद विरोधी कानून के तहत नजरबंद कर दिया गया. पाक मीडिया का दावा है कि देश की सरकार ने यह कदम अमेरिका और चीन के दबाव में उठाया है. ऐसी अटकलें हैं कि यह कार्रवाई पाकिस्तान ने अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की, जिसमें अमेरिका ने कहा कि अगर जमात उद दावा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा सकता है.
हाफिज सईद ‘मस्जिद-ए-कदसिया चौबुरजी’ में है:
जमात-उद-दावा के अनुसार पंजाब सरकार के गृह विभाग ने सईद की नजरबंदी का आदेश जारी किया और लाहौर पुलिस ने चौबुरजी स्थित जमात-उद-दावा मुख्यालय पहुंचकर इस आदेश को क्रियान्वित किया. इस समय हाफिज सईद ‘मस्जिद-ए-कदसिया चौबुरजी’ में है और बड़ी संख्या में पुलिस बल ने जेयूडी मुख्यालय को घेर रखा है. हाफिज सईद ने नजरबंद होने के बाद सोशल मीडिया पर एक विडियो भी जारी किया है. विडियो में हाफिज ने पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ डॉनल्ड ट्रंप पर भी जमकर हमला बोला है. हाफिज ने विडियो में कहा है, ‘इस समय क्योंकि ट्रंप नया-नया अमेरिका का सदर (राष्ट्रपति) बना है और वह मोदी से गहरी दोस्ती निभाना चाहता है, इसके चलते दबाव डाला जा रहा है. हाफिज ने कहा कि उसका अमेरिका के साथ कोई झगड़ा नहीं है, बल्कि झगड़ा भारत के साथ है कश्मीर के मसले पर.’
Before Arrest Part 1…Hafiz Saeed #OurcrimeKashmir pic.twitter.com/vnX9UL14oy
— Hafiz Muhammad Saeed (@AmeerJamatDawah) 31 January 2017
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Hafiz Saeed Before Arrest Part 3 – #OurcrimeKashmir pic.twitter.com/SD6PvZmWUL
— Hafiz Muhammad Saeed (@AmeerJamatDawah) 30 January 2017
उधर, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने अमेरिका की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए गए मुस्लिम बहुल राष्ट्रों की सूची में अपने देश को शामिल करने की संभावना के खिलाफ ट्रंप प्रशासन को चेताया कि इस तरह का कदम दोनों देशों के बीच ‘‘वैमनस्य’’ उत्पन्न करेगा. बिलावल ने कहा कि इस तरह की सूची में पाकिस्तान को शामिल करने से यह नकारात्मक संकेत जाएगा कि अमेरिका उन आदर्शों से दूर जा रहा है, जिनके लिए यह खड़ा रहता था.
नजरबंदी से कुछ घंटे पहले सईद ने कहा कि अगर ‘दबाए हुए कश्मीरियों’ की आवाज उठाने के लिए उसके संगठन पर किसी तरह का अंकुश लगाया जाता है तो उसे कोई परवाह नहीं है. उसने नवाज शरीफ सरकार को चतावनी दी कि अगर कोई अंकुश लगाया जाता है तो उसका संगठन अदालत का रुख करेगा. जमात-उद-दावा प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है. लश्कर 2008 के मुंबई हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है. संयुक्त राष्ट्र ने जून, 2014 में जमात-उद-दावा को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था.