पाकिस्तान को अमेरिका की खुली चेतावनी, कहा- ‘भारत में घुसपैठ करने की कोशिश भी मत करना, वरना’
केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से विशेष अधिकार छीनते हुए राज्य को दो हिस्सों में बांटा, तो पड़ोसी देश में खलबली मच गई। जी हां, पड़ोसी देश में मोदी सरकार के इस फैसले से हाहाकार मचा हुआ है, जिसकी वजह से वहां के पीएम इमरान खान दर दर भटकने को मजबूर हुए हैं। इतना ही नहीं, इमरान खान अपना दुखड़ा लेकर संयुक्त राष्ट तक जाने की बात कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच उन्हें अमेरिका से मुंह की खानी पड़ी और नतीजन उन्हें एक बार फिर से निराशा ही हाथ लगी। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
धारा 370 के हटने के बाद पाकिस्तान की बेचैनी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से वह पूरी दुनिया में मदद की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसे कहीं से भी सहारा मिलता हुआ नज़र आ रही है। इन सबके बीच पाकिस्तान की सारी उम्मीदें अमेरिका पर टिकी हुई थी, लेकिन वहां से भी उसे मुंह की ही खानी पड़ी। इतना ही नहीं, अमेरिका से मदद की गुहार लगाने वाले पाकिस्तान को ट्रंप ने चेतावनी दे दी, जिसके बाद उसका आखिरी सहारा सिर्फ चीन ही बचा हुआ है।
अमेरिका ने पाकिस्तान के मुंह पर जड़ा तमाचा
कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका से मदद की गुहार लगाने वाले पाकिस्तान को वहां से भी मुंह पर तमाचा ही पड़ा। दरअसल, अमेरिका के एक अधिकारी ने पाकिस्तान को साफ कहा कि वे कश्मीर को लेकर भारत के सभी एक्शन पर नज़र बनाए हुए हैं, ऐसे में पाकिस्तान को भी आंतकवाद को रोकने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो अंजाम बुरा होगा। मतलब साफ है कि अमेरिका किसी भी कीमत पर पाकिस्तान की मदद नहीं करेगा और अब उसका आखिरी विकल्प चीन ही है।
अपने घर में कार्रवाई करें पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के मुद्दे पर बयान जारी करते हुए अमेरिका ने कहा कि पाक को भारतीय सीमा के आसपास उकसाने वाली कार्रवाई करने के बजाय अपने घर में आंतकवादियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि विश्व आंतकवाद से मुक्त हो सके। साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान को इस पूरे मामले में शांति बनाए रखने के लिए कहा है और चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान द्वारा कोई भी ऐसा वैसा कदम उठाया गया, तो उस पर हमारी नज़र है।
अमेरिका ने किया धारा 370 के हटने का समर्थन
जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटने का समर्थन अमेरिका ने खुले तौर पर किया, जिसके बाद उसने एक बयान जारी किया और कहा कि हम इस पूरे मसले पर अपनी नज़र बनाए हुए। इन सबके अलावा उसने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि नियंत्रण रेखा पर सभी पक्ष शांति बनाए रखे, क्योंकि इससे विश्व का भला होगा। बता दें कि अमेरिका द्वारा फटकार लगाए जाने पर पाकिस्तान पूरी तरह से कमज़ोर पड़ चुका है, ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि उसका दोस्त चीन इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहता है।