संजीव बालियान का भड़काऊ भाषण, कहा – मुलायम के मरने का वक्त आ गया है! – देखें वीडियो
नई दिल्ली – बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद संजीव बालियान ने एक भड़काऊ भाषण दिया है जो काफी वायरल हो रहा है। संजीव ने अपने भाषण में कहा है कि मुलायम सिंह यादव का मरने का वक्त आ गया है, जिसे लेकर काफी बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘सब जानते हैं कि समाजवादी पार्टी के राज में यूपी ने बुरा वक्त देखा। मुलायम ने हमेशा सांप्रदायिकता की राजनीति की है अब मैं उनसे कहना चाहूंगा कि अब तो मरने का समय आ गया है, जीने का समय उनका रहा नहीं।’ बालियान ने कहा कि कांग्रेस-समाजवादी पार्टी दोनों ने मिलकर पहले केंद्र, फिर यूपी को और अब वह राज्य में बची सभी चीजों को लूटने की कोशिश कर रहे हैं। Bjp leaders controversial comments.
विवादित बयान का वीडियो हुआ वायरल –
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेताओं के बोल बिगड़ते जा रहे हैं। यूपी में जनसभा को संबोधित करने के दौरान बीजेपी के दो नेताओं ने विवादित बयान दिए हैं और दोनों के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। दोनों के बयान के बाद बवाल मच गया है। एक तरफ तो संजीव बलयान ने मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधा है और कहा है कि मुलायम सिंह यादव हमेशा ही सांप्रदायिकता की राजनीति करते हैं, उन्हें अब मर जाना चाहिए। तो वहीं दुसरी ओर सुरेश राणा ने एक और विवादित बयान दिया है कि यदि उन्होंने मैदान मार लिया तो कैराना, देवबंद, मुरादाबाद में कर्फ्यू लग जाएगा।
#WATCH: BJP MLA Suresh Rana says that if he wins, curfew will be imposed in Kairana, Deoband and Moradabad. pic.twitter.com/YYlsv0fxTm
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2017
जीतने पर कैराना-देवबंद में लगा देंगे कर्फ्यू –
आपको बता दें कि सुरेश राणा उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं। बता दें कि 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों में सुरेश राणा का नाम भी आया था। सुरेश राणा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो जीतने पर कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लगाने की बात कर रहे हैं। वीडियो में राणा थाना सभा के शामली इलाके में एक सभा को संबोधित कर रहे हैं। वीडियो में राणा कह रहे हैं कि भारत माता की जय का नारा लगाते हुए शामिली से थाना भवन तक जुलूस निकलेगा। कैराना, देवंबद और मुरादाबाद मुस्लिम बहुल इलाके हैं। ऐसे दावे किए जाते रहे हैं कि इन इलाकों से हिंदुओं को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा था।