जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों के अजीत डोभाल ने खाया थाना, घाटी पर दिखा शांतिपूर्ण माहौल
5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने पर लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। हर कोई बस यही सोच रहा कि देश के लिए कश्मीर की आजादी 5 अगस्त को मनाई जाएगी। धारा 370 से हटाने के बाद वो भारत के दूसरे राज्यों की तरह आम हो गया और अब वहां पर भारत का कोई भी नागरिक रह सकता है, जमीन ले सकता है और वहां के लड़के-लड़कियों से शादी भी कर सकते हैं। मगर इन सबके बीच खबरें आ रही थीं कि कश्मीर में अशांति का माहौल हो गया है और हर कोई मोदी सरकार के खिलाफ हो गए हैं। इसी का जायजा लेने जब अतीज कश्मीर की गलियों में आम आदमी बनकर गए तो जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों के अजीत डोभाल ने खाया थाना और इस दौरान बातचीत भी की।
जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों के अजीत डोभाल ने खाया थाना
#WATCH Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Shopian, has lunch with them. pic.twitter.com/zPBNW1ZX9k
— ANI (@ANI) August 7, 2019
जम्मू कश्मीर में धारा हटाए जाने के बाद राष्ट्रीय सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल शोपियां पहुंचे और वहां पर उन्होंने लोगों से मुलाकात की, खाना खाया और ढेर सारी बातचीत भी की। एनएसए जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर शोपियां दौरे पर रहे और उन्होने यहां के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और हर चीजों को बारीखियों से देखा। शोपियां में आम लोगों के साथ खाना खाने के बाद डोभाल वहां के पुलिस अधिकारियों से मिले और उन पुलिस वालों के साथ दिलबाग सिंह भी शामिल थे।पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद अजीत डोभाल सुरक्षा बल के जवानों से भी मिले और इसी के साथ धारा 370 खत्म होने पर उनकी यात्रा भी खत्म हुई । ये उनकी पहली यात्रा थी और डोभाल की इस यात्रा से पहले मंगलवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी सुरक्षा का जायदा लिया था और संबंधित जिलों के पुलिस आयुक्तों को आदेश दिया था कि अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की पूरी मदद करें।
इससे पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री के आवास पर भी एक घंटे तक सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिती की बैठक भी चली थी। इसमें जम्मू कश्मीर के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की गई और उच्चस्तरीय बैठ में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल हुए थे।सीसीएस की ये बैठक लगभग 40 मिनट तक चली थी और इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे। जैसा कि आप जानते हैं कि शोपियां जिला आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित रहता है औऱ आए दिन यहां पर कोई ना कोई घटना अंजाम में आती है। वुरहान वानी की घटना यहीं पर हुई थी और वानी की मौत के बाद इस जिले में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुआ था। हालांकि अनुच्छेद हटाए जाने के बाद यहां पर शांति नजर आ रही है और लोगों में सौहार्द्र देशा जा रहा है।