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अफरीदी को गौतम गंभीर ने दिया करारा जवाब, कहा बेटा चिंता ना करें, POK का हल भी निकलेगा

जम्मू-कश्मीर से स्पेशल स्टेटस का दर्जा छीन जाने का सबसे अधिक गम पाकिस्तान देश को हो रहा है और इस देश के जाने माने लोग ट्विटर के जरिए अपना दुख प्रकट कर रहे हैं। सोमवार को जैसे ही भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान किया। वैसे ही पाकिस्तान देश बौखला गया। भारत सरकार के इस ऐलान के बाद पाकिस्तान की मीडिया पर इसकी खूब चर्चा की जाने लगी और ट्विटर के जरिए इस देश के राजनेताओं, अभिनेताओं और क्रिकटरों ने भारत के इस फैसले को गलत करार देना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं पाकिस्तान देश ने इस मसले पर बैठक भी बुलाई।

शाहिद अफरीदी ने किया ट्वीट

पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने एक ट्वीट कर कहा, “कश्मीरियों को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के आधार पर उनके अधिकार दिए जाने चाहिए। आजादी का अधिकार जो हम सभी को है। संयुक्त राष्ट्र की रचना क्यों की गई है और यह क्यों सो रहा है? कश्मीर में लगातार जो मानवता विरोधी अकारण आक्रामता और अपराध हो रहे हैं। उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस मामले में जरूरी रूप से मध्यस्थ की भूमिका अदा करनी चाहिए।”

 

शाहिद अफरीदी का ये ट्वीट सोमवार के दिन आया था और इनके इस ट्वीट का करारा जवाब पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने मंगलवार को दिया है। सांसद गौतम गंभीर ने मंगलवार को एक ट्वीट लिखकर कहा, “शाहिद अफरीदी ने इस मुद्दे पर राय रखी है। वो कह रहे हैं कि अकारण आक्रामता और मानवता विरोधी अपराध हो रहे हैं। जिसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए। लेकिन वो एक चीज का उल्लेख करना भूल गए कि ये सब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हो रहा है। चिंता न करें, बेटा सब ठीक हो जाएगा।” अपने इस ट्वीट के जरिए गौतम गंभीर ने शाहीद अफरीदी को  पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की याद दिलाई है और इस मसले को हल करने की और भी इशारा किया है।

गौरतलब है कि कल राज्यसभा और लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने का ऐलान किया गया था और अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया गया था। इतना ही नहीं गृह मंत्री अमित शाह ने राज्‍यसभा में भाषण देते हुए कल कहा था कि जम्‍मू-कश्‍मीर से धारा 370 हटाने के साथ ही लद्दाख को जम्‍मू-कश्‍मीर से अलग कर दिया गया है और अब जम्‍मू-कश्‍मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बनेंगे। जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश होगा। जबकि लद्दाख में कोई भी विधानसभा नहीं होगी।

अमित शाह के इस ऐलान के तुरंत बाद ही सोमवार को 2 बजे पाकिस्तान में बैठक बुलाई गई और इस बैठक में तमाम नेता शामिल हुए। वहीं आज यानी मंगलवार को  पाकिस्‍तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने जम्मू-कश्मीर पर भारत द्वारा लिए गए फैसले पर चर्चा करने के लिए दोनों सदनों की आपात बैठक बुलाई है। पाकिस्तान में चल रहे इस बैठकों के दौर से ये साफ हो गया है कि किसी तरह से भारत के इस फैसले से इस देश की नींद उड़ गई है।

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