एक ऐसा वीर फ़ौजी जिसके सामने टिक नहीं पाया पाकिस्तान… जिसने पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिए
युद्ध हथियारों टैंकों और बड़ी बड़ी सेना से नहीं लड़े जाते, युद्ध हौसले से लड़े जाते हैं, वीरता से लड़े जाते हैं, भारतीय सेना ने कई मौकों पर यह बात साबित भी की है कि जब हौसले बुलंद हों और खून में जीतने का जज्बा हो तो फिर दुश्मन कितना भी मजबूत क्यों ना हो उसे हारना ही पड़ता है.
आजादी के बाद भारत की सैन्य ताकत उतनी मजबूत नहीं थी जितनी पाकिस्तान की थी, पाकिस्तान को पश्चिमी देशों से आर्थिक और तकनीकी सहयोग मिलने लगा था जिसके पीछे उन राष्ट्रों की अपनी महत्वाकांक्षाएं थीं, वहीँ भारत को कई सालों तक पश्चिमी देशों की अपेक्षा झेलनी पड़ी क्योंकि भारत विश्व समुदाय में गुटबाजी से दूर था. भारत ने किसी का पिछलग्गू बनने की बजाय अपना राश्ता खुद बनाने का प्रयास किया.
उस दौर में भारत हथियारों और सैन्य शक्ति के स्तर पर पाकिस्तान के मुकाबले बहुत कमजोर था फिर भी भारत के रणबांकुरों ने भारत को कभी पाकिस्तान के सामने शर्मिंदा नहीं होने दिया. भारतीय सेना के वीर जवानों ने अपनी जान देकर भी कठिन से कठिन लड़ाई जीती और पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिये.
भारत के वीर सपूतों में एक बेहद अहम् नाम है वीर अब्दुल हमीद का. अब्दुल हमीद उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर जिले के रहने वाले थे, सन 1965 की लड़ाई में उन्होंने अकेले पाकिस्तान की 7 टैंकों को तहस नहस कर दिया था. अब्दुल हमीद एक सच्चे मुसलमान थे और उनके लिये धर्म से भी ज्यादा बढ़कर देश था. देश की रक्षा करते हुये अब्दुल हमीद वीरगति को प्राप्त हुये उनकी बहादुरी पर अमेरिका को भरोसा तक नहीं हुआ. लेकिन उन्होंने वो किया जो कुछ भाग्यशाली लोग ही कर पाते हैं. उनके युद्ध पर पेश है एक रिपोर्ट-
देखिये वीडियो-
https://youtu.be/FNoBisS1H90