कश्मीर मुद्दे पर सरकार के फैसले से बौखलाया विपक्ष, पीडीपी सांसद ने संसद में ही फाड़ा कुर्ता
मोदी सरकार द्वारा सोमवार को लिए गए ऐतिहासिक फैसले से पूरा देश खुशी से झूम उठा, लेकिन संसद में विपक्षी नेताओं ने इस पूरे प्रकरण पर जमकर विरोध किया। संसद में जैसे ही अमित शाह ने जम्मू कश्मीर को लेकर संकल्प पत्र पेश किया, वैसे ही पीडीपी सांसदो द्वारा जमकर विरोध हुआ। इस विरोध की वजह से राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और कई पीडीपी सांसदों ने अपना कुर्ता भी फाड़ दिया। मामला यही तक नहीं रुका उन्होंने आगे संविधान की कॉपी भी फाड़ने की कोशिश की। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
मोदी सकार ने सोमवार को जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया, जिसके बाद अब वह केंद्र शासित प्रदेश होगा। इतना ही नहीं, इस दौरान जम्मू-कश्मीर के दो टुकड़े भी किए, जिसके बाद अब लद्दाख एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा। गौरतलब है कि लद्दाख पहले जम्मू-कश्मीर का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन अब यह एक अलग प्रदेश होगा। इस फैसले के आने के बाद ही पीडीपी सांसदो ने संसद में जमकर हंगामा किया और इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया।
पीडीपी सांसद ने फाड़ा अपना कुर्ता
गृहमंत्री अमित शाह के संकल्प पत्र के विरोध में पीडीपी सांसद मीर फैयाज ने अपना कुर्ता फाड़ दिया और फिर उन्होंने धरना शुरु कर दिया। हालांकि, पीडीपी सांसद मीर फैयाज को संसद से बाहर निकाल दिया गया, लेकिन उन्होंने इस दौरान संविधान की कॉपी भी फाड़ने की कोशिश की। बता दें कि मीर फैयाज के अलावा एक अन्य पीडीपी सांसद ने अपना कुर्ता फाड़ कर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद सभी धरने पर बैठ गए। इस पूरे प्रकरण में राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, लेकिन अमित शाह ने सभी से निवेदन किया कि वे इस मामले में चर्चा के लिए तैयार हैं, तो सब हंगामा न करें।
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कश्मीर मुद्दे पर संसद में हुआ जबरदस्त हंगामा
कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में जबरदस्त हंगामा किया। विपक्ष को धारा 370 पर आया फैसला मंजूर नहीं है, जिसकी वजह से संसद में तरह तरह के नारे लगाए गए और पूरे मसले पर नरेंद्र मोदी से बयान देने की अपील की जा रही है। बता दें कि संसद में विपक्षी नेताओं ने कश्मीर मुद्दे पर ‘तानाशाही नहीं चलेगी’, ‘दादागिरी नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगाते हुए नज़र आए। इस बीच लोकसभा स्पीकर ने सांसदों को शांत होने के लिए कहा, लेकिन फिर भी जबरदस्त हंगामा होता रहा।
जम्मू-कश्मीर अब नहीं रहा विशेष राज्य
मोदी सरकार के इस फैसले को राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल चुकी है, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर अब विशेष राज्य नहीं रहा, बल्कि अब केंद्र शासित प्रदेश होगा। इतना ही नहीं, अब जम्मू कश्मीर में अलग झंडे नहीं लहराए जाएंगे, बल्कि भारत का ही झंडा लहराया जाएगा। मतलब साफ है कि अब जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार नहीं मिलेगा, बल्कि उस पर पूरी तरह से भारतीय कानून लागू होंगे, जिसकी वजह से विपक्षी नेता जमकर विरोध कर रहे हैं।