कई रोगों को मिनटों में दूर करें तेजपत्ते का काढ़ा, पढ़ें इसे बनाने की विधि
तेजपत्ते के अंदर आयरन, कॉपर, पोटेशियम और कैल्शियम सहित कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि इस मसाले को बेहद ही खास बनाते हैं। तेजपत्ता खाने से कई तरह के स्वस्थ लाभ जुड़े होते हैं और इसे खाने से शरीर की रक्षा कई बीमारी से होती है। तेजपत्ते का प्रयोग एक मसाले के तौर पर किया जाता है और इसे खाने में डालने से खाने का स्वाद भी बढ़ जाता है। तेजपत्ते का काढ़ा भी कई लोगों द्वारा पीया जाता है और इसका काढ़ा पीने से शरीर एकदम फिट रहता है। तेजपत्ते का काढ़ा पीने से शरीर को क्या फायदे पहुंचते हैं और इसका काढ़ा किस तरह से बनाया जाता है इसकी जानकारी इस प्रकार है।
तेजपत्ते का काढ़ा पीने से जुड़े लाभ
- सिर दर्द होने पर आप तेजपत्ते का काढ़ा बनाकर पी लें। इसका काढ़ा बनाकर पीने से सिर की दर्द तुरंत ही सही हो जाती है और आपको दर्द से आराम मिल जाता है।
- कमर दर्द होने पर भी तेजपत्ते का काढ़ा पीना लाभदायक होता है और इसका काढ़ा पीने से कमर की दर्द भी मिनटों में गायब हो जाती है। हालांकि आप चाहें तो तेज पत्ते का काढ़ा पीने के साथ-साथ इसके तेल से कमर की माालिश भी कर सकते हैं।
- शरीर के किसी हिस्से में मोच आने पर आप इसका काढ़ा पी लें। तेजपत्ते का काढ़ा पीने से आपको मोच की दर्द से और सूजन से राहत मिल जाएगी। वहीं मोच को कम करने के लिए आप तेजपत्ते का लेप भी मोच पर लगा सकते हैं।
- कई बार नसों में खिंचाव आने के कारण इनमें दर्द होने लग जाती है। अगर आपको भी नसों में खिचांव और इनमें दर्द की तकलीफ रहती है तो आप इसका काढ़ा पी लें।
- सर्दी या खांसी होने पर भी अगर इसका काढ़ा पीया जाए तो आराम पहुंचता है और सर्दी तुरंत दूर हो जाती है। खांसी होने पर आप तेजपत्ते का पाउडर शहद के साथ खाएं तो खांसी एकदम सही हो जाती है।
किस तरह से बनाया जाता है तेजपत्ते का काढ़ा
तेजपत्ते का काढ़ा बनाना बेहद ही सरल है और आप आसानी से इसे घर में बना सकते हैं। तेजपत्ते का काढ़ा बनाने के लिए आपको 10 ग्राम तेजपत्ता, 10 ग्राम अजवायन, 5 ग्राम सौंफ और चीनी की जरूरत पड़ेगी। आप सबसे पहले एक लीटर पानी को गैस पर रखकर अच्छे से उबाल लें। ये पानी जब अच्छे से गर्म हो जाए तो आप इसके अंदर तेजपत्ता, अजवायम, सौंफ और चीनी डाल दें। जब ये पानी 200 मिलीलीटर रहे जाए तब आप गैस को बंद कर दें और इस पानी को थोड़ा से ठंडा होने दें और इसे छान लें। जब ये पानी पीने योग्य हो जाए तो आप इसे पी लें। आप तेजपत्ते के इस काढ़े को दिन में दो बार पीएं। इसे पीने से आपकी हर तरह की दर्द दूर हो जाएगी और आपके शरीर को कई पोषक तत्व भी मिल जाएंगी। वहीं जिन लोगों को शुगर की बीमारी है वो लोग इस काढ़े के अंदर चीनी को ना डालें।