अपने पूर्ण अवतार में आए बाबा बर्फानी, क्या अब होगा आतंकियों का खात्मा?
कहते हैं भगवान की लीला को समझ पाना बहुत मुश्किल हैं. खासकर जब बात भोलेनाथ की हो तो कुछ भी कहा नहीं जा सकता हैं. उनकी शक्तियां बहुत विशाल होती हैं. वे समय समय पर अपने चमत्कार भक्तों को दिखाते रहते हैं. मसलन हाल ही में अमरनाथ में बाबा बर्फानी अपने पूर्ण रूप में प्रकट हुए हैं. ऐसा माना जा रहा हैं कि ये बाबा बर्फानी का अब तक का सबसे बड़ा स्वरूप हैं. ऐसे में कई भक्तों का मानना हैं कि बाबा अपने इस रूप में एक विशेष कारण से ही आए हैं. वे मानव जाती का कल्याण करेंगे और पापियों का नाश भी करेंगे.
जैसा कि आप सभी जानते हैं इन दिनों कई श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा को निकले हुए हैं. नियम के अनुसार हर साल ये अमरनाथ यात्रा सावन माह के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा (15 अगस्त) को समाप्त की जाती हैं. हालाँकि इस बार आतंकियों के खतरे और अन्य सुरक्षा कारणों के चलते सरकार ने सभी भक्तों को जल्द से जल्द ये यात्रा स्थगित कर अपने घर लौट जाने के आदेश दिए हैं. इधर आतंकी अपने नापाक मंसूबो को पूरा करने की फिराक में हैं तो उधर न्यूज एजेंसी ANI ने बाबा बैफानी की एक ताज़ा तस्वीर साझा की हैं. इस तस्वीर में भोलेनाथ पहली दफा अपने संपूर्ण स्वरुप में नज़र आ रहे हैं.
ऐसे में भक्तों की आस्था भी फूट पड़ी हैं और उनका कहना हैं कि शिवजी ने अपना ये रूप बुरी शक्तियों का नाश करने के लिए लिया हैं. उनके इस रूप में आने के पीछे जरूर कोई ठोस वजह हैं. अब जल्द ही मानव जाती का कल्याण होगा और पापियों के दिन समाप्त हो जाएंगे. धर्म ग्रंथो पर भी नज़र डाले तो उसमे भी इस बात का जिक्र हैं कि जब शिवजी अपनी तीसरी आँख खोलते हैं तो राक्षसी प्रवृति के लोगों मारे जाते हैं. ऐसे में इसे वर्तमान सिचुएशन से जोड़कर देखा जाए तो जम्मू और कश्मीर में भी इन दिनों आतंकी राक्षस का ही रूप माने जा सकते हैं. ऐसे में उनके नाकाप इरादों को भगवान शिव नष्ट कर सकते हैं. बस इसलिए भक्तों को उम्मीद हैं कि अब जल्द ही यहाँ अमन और शान्ति फिर से आ जाएगी.
बता दे कि शुक्रवार के दिन जम्मू और कश्मीर सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर तीर्थयात्रियों को जितना जल्दी हो सके घाटी छोड़ देने की विनती की थी. दरअसल उन्हें ख़ुफ़िया सूत्रों से पता चला हैं कि पाकिस्तान का सपोर्ट करने वाले कुछ आतंकी इस यात्रा को निशाना बना सकते हैं. इसमें अमरनाथ यात्रा का उनका मैन टारगेट होने की बात भी कही गई थी. उधर इस घटना के बाद से ही घाटी में कई अर्धसैनिक बल आ चुके हैं. यहाँ की सुरक्षा बड़ा दी गई हैं और हर आतंकी संबंधित गतिविधि पर कड़ी नज़र रखी जा रही हैं. अब ये सुरक्षा कब तक रहेगी और क्या 15 अगस्त के पहले भक्तों को फिर से इस यात्रा पर जाने का मौका मिल पाएगा अभी इस बारे में कुछ भी कह पाना संभव नहीं हैं. इस घटना से जुड़ी जानकारी हम आपको आगे भी पहुंचाते रहेंगे.