शर्मनाकः दलित महिला MLA ने जहाँ-जहाँ किया प्रदर्शन, वहाँ-वहाँ गोबर से साफ करते गये कांग्रेसी
आज का युवा डॉक्टर बनना चाहता है, इंजीनियर बनना चाहता है, सीए या प्राइवेट जॉब भी करना चाहता है लेकिन राजनीति में कोई भी जाना नहीं चाहता। इसके पीछे की वजह जानते हैं आप ? भारतीय राजनीति में अपने आप को साबित करने के लए नेता किसी भी हद तक गिर जाते हैं और ऐसा कर-करके राजनीति ही खराब हो गई है। इस नीति को अपनाते हुए आज के युवा इस क्षेत्र में जाना ही नहीं चाहते और तभी इसमें ज्यादातर उम्रदराज लोग भरे पड़े हैं। यहां हम आपको ऐसा ही एक वाक्या बताने जा रहे हैं जब दलित महिला MLA ने जहाँ-जहाँ किया प्रदर्शन, वहां-वहां कांग्रेस नेताओं ने गोबर से उसे स्वच्छ किया।
दलित महिला MLA ने जहाँ-जहाँ किया प्रदर्शन
केरल में एक विचित्र घटना सामने और ये सब एक महिला विधायक के साथ हुआ। केरल के त्रिशूर जिले के युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐसा अपमानजनक काम किया है कि लोग उनकी थू-थू कर रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की विधायक गीता गोपी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि वे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन से भी शिकायत दर्ज करेंगी। शनिवार यानी 27 जुलाई को त्रिशूर में नित्तिका निर्वाचन क्षेत्र की विधायक गोपी ने चेरपु मिनी सिविल स्टेशन के परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया था और इस विरोध प्रदर्शन चेरपु राज्य राजमार्ग पर रखरखाव से संबंधित किया गया था। जब वे उन्हें लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से इस मामले में आश्वासन मिला तो वे अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म कर लिया था। असली ड्रामा तो तब शुरु हुआ जब ये प्रदर्शन खत्म हुआ और सभी चले और इसके बाद का पूरा ड्रामा कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया।
चेरपु मिनी सिविल स्टेशन के परिसर में जिस जगह पर विधायक गीता गोपी ने विरोध-प्रदर्शन किया था उस जगह को कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गोबर से लेप दिया। ऐसा करने के पीछे उका मकसद उस जगह को शुद्ध करने से था जो दलित विधायक के प्रदर्शन से हो गया था। साक्षरता दर भारत के किसी भी राज्य की तुलना में केरल में सबसे ज्यादा है और वहीं पर ऐसा अंधविश्वास से भरा काम किया गया।
बाल विकास मंत्री का इसपर आया बयान
केरल की स्वास्त्य, सामाजित न्याय और महिला एंव बाल विकास मंत्री केके शैलजा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसके बारे में बात भी की। शैलजा ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने कार्यों के माध्यम से पार्टी की संस्कृति दिखा ही दी। विधायक गीता गोपी के खिलाफ जातिवादी भेदभाव चौकाना वाला वाक्या है और यह आपराधिक और बेहद निंदनीय है। कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने उस जगह पर गाय का गोबर मिश्रित पानी डाला, जहां लोकतांत्रिक ढंग से विरोध प्रदर्शन किया गया था। शैलजा ने जोर देते हुए कहा, ”केरल पुनर्जागरण में बहुत आगे आ गया है और अब ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे कृत्य को अंजाम देने वाले लोग अपनी संस्कृति दिखा रहे हैं और इससे वे अस्पृश्यता का डर वापस आ सकता है और इसलिए उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।”