कश्मीर में मिली धोनी को पोस्टिंग, 15 दिनों तक खतरनाक ‘विक्टर फोर्स’ के साथ होगी ट्रेनिंग
भारत के बेहतरीन विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों कई चीज़ों की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं, जिसमें संन्यास से लेकर आर्मी कैंप में समय बिताने तक की खबरें शामिल है। जी हां, महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर जहां एक तरफ अटकलें तेज़ हैं, तो वहीं दूसरी तरफ वे जल्द ही सेना के साथ समय बिताने के लिए 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन (पैरा) का हिस्सा रहेंगे। इतना ही नहीं, महेंद्र सिंह धोनी ने यह फैसला वेस्टइंडीज के लिए टीम के चयन से पहले ही बता दिया था, जिसके बाद अब वे सेना के साथ रहने की तैयारी में जुटे हुए हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
भारतीय क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी ने अपने संन्यास की खबरों को विराम लगाते हुए सेना के साथ रहने का ऐलान किया तो मानों उनके फैंस खुशी से झूम उठे। दरअसल, बीसीसीआई ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी सेना के साथ पहले से ही समय बिताना चाहते थे, लेकिन एक के बाद एक टूर्नामेंट की वजह से उन्हें समय नहीं मिल पाया और ऐसे में अब उन्होंने खुद के लिए समय मांगा है, जिसे वे सेना के साथ बिताना चाहते हैं। बता दें कि धोनी के इस फैसले की जमकर तारीफ की जा रही है।
15 दिन तक विक्टर फोर्स के साथ करेंगे ट्रेनिंग
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो महेंद्र सिंह धोनी 31 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन (पैरा) के साथ समय बिताएंगे। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी विक्टर फोर्स के साथ ट्रेनिंग करेंगे, जोकि एक खतरनाक ट्रेनिंग मानी जाती है। बता दें कि यह यूनिट कश्मीर में तैनात है, जोकि विक्टर फोर्स का हिस्सा है। खबरों की माने तो धोनी इस दौरान गश्त, गार्ड और पोस्ट ड्यूटी करेंगे, जिसकी जानकारी उन्होंने बीसीसीआई को बहुत पहले ही दे दी थी।
2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक सौंपी गई थी
साल 2011 में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक सौंपी गई थी, जिसके बाद उन्होंने सिर्फ एक बार ही प्रशिक्षण लिया था। ऐसे में अब जब धोनी के पास पर्याप्त समय मौजूद है, तो वे एक बार फिर ट्रेनिंग लेना चाहते हैं, ताकि वे देश की सेना के साथ कुछ समय बिता सके। बता दें कि कश्मीर घाटी में उनकी यूनिट दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में विक्टर फोर्स का हिस्सा है, जोकि पिछले साल आतंकी गतिविधियों का हिस्सा भी रहा है, जिसकी वजह से धोनी की ट्रेनिंग काफी खतरनाक होने वाली है।
पहले से ही थी प्लानिंग
महेंद्र सिंह धोनी के करीबी सूत्र ने बताया कि जिस तरह से धोनी क्रिकेट के महानतम सेवकों में से एक है, ठीक उसी तरह से सेना के लिए उनका प्यार भी जगजाहिर है। ऐसे में धोनी ने सेना के साथ बिताने के बारे में काफी पहले से ही सोच रखा था, लेकिन बीते सालों से ही उन्हें क्रिकेट की वजह से समय नहीं मिल पाया, लेकिन अब जब थोड़ा समय मिला है, तो वे सेना के साथ रहकर अपना सपना पूरा करना चाहते हैं।