फिर एक्टिव हुआ अवार्ड वापसी गैंग, ‘मॉब लिंचिंग’ पर बॉलीवुड वालों ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी
पिछले कुछ समय से देश में मॉब लीचिंग का कहर है और लोग इसके अंतर्गत गैर-धर्मों के परेशान करते हुए अपने धर्म के प्रति जबरदस्ती झुकाव करवाया जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा सक्रीय एक गैंग है जो इसे ऑपरेट करता है। पिछली बार जब ये आया था तब इसे बंद करवा दिया गया था लेकिन फिर एक्टिव होकर ये गैंग वापस आ गया है। ‘मॉब लिंचिंग’ पर बॉलीवुड वालों ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी, क्या है ये पूरा मामला चलिए बताते हैं।
‘मॉब लिंचिंग’ पर बॉलीवुड वालों ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी
देश में मॉब लिचिंग व दलितों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कुछ सेलिब्रिटी ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा, ”साल 2014 के बाद भी हमने ऐसी चीजें देखी थीं और उसे अवॉर्ड वापसी का नाम दिया गया और ये इसका दूसरा हिस्सा है।” नकवी ने यह बात हिंसक घटनाओं पर सरकार की चुप्पी को लेकर लेखकों की ओर से विरोध जताने पर ये बात कही। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, नकवी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में हार के बाद आपराधिक घटनाओं को सांप्रदायिकता का रंग देने की कोशिश की जाने लगी है।’ जैसा कि आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इससे जुड़ा ओपेन लेटर दिया गया था और इस पर फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल, अनुराग कश्यपप, मणिरत्नम, अदूर गोपालकृष्णन, अपर्णा सेन, केतन मेहता, सिंगर शुभा मुद्रल, एक्ट्रेस सौमित्रा चटर्जी, कोंकणा सेन शर्मा, इतिहासकार सुमित सरकार, तनिका सरकार, पार्था चटर्जी और रामचंद्र गुहा के अलावा लेखकर अमित चौधरी ने सिग्नेचर किया है। उन्होंने मुस्लिमों, दलितों और दूसरे समुदायों के लोगों को पीट-पीटकर मारने की घटनाओं को रोकने की अपील की है। इसके साथ ही ये भी कहा कि जय श्री राम का मुद्दा अब युद्धकोष बन गया है।
इसमें लोग जबरदस्ती दूसरों को जय श्री राम बोलने पर मजबूर करते हैं और अपने धर्म को अपनाने की बात कहते हैं। ऐसे में फिर लोग अन्य हिंदू धर्म के लोगों पर विश्वास नहीं कर पाएगा और लोगों में नफरत की भावना और भड़केगी। देश में शांति बनाए रखने के लिए लोगों को इसपर रोक लगाना चाहिए और दूसरों के प्रति भावनाओं को बनाए रखें क्योंकि कोई भी इंसान कमजोर नहीं होता और दूसरों को कमजोर समझने वाला कभी ना कभी बुरा गिरता है। हर इंसान को अपने धर्म के हिसाब से चल न चाहिए और दूसरों को भी यही शिक्षा देनी चाहिए कि वे गलत रास्ते पर चलने की बजाय सही रास्तों पर चलें।