मोदी सरकार का जलवा बरकरार! अभी चुनाव हुए तो फिर चलेगी मोदी की आंधी! – मिलेगा पूर्ण बहुमत
नई दिल्ली – एक सर्वे के मुताबिक, मोदी सरकार का जलवा 2014 के जैसे ही अभी भी बरकरार है। इतना ही नहीं नोटबंदी के बाद तो पीएम मोदी सरकार की लोकप्रियता में और ज्यादा इजाफा हुआ है। इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के संयुक्त सर्वे के अनुसार पीएम मोदी की जादुई छवि लोगों में पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। हाल ही में हुए ओपिनयन पोल के मुताबिक अगर अभी लोकसभा चुनाव हुए तो एनडीए को लगभग 360 सीटें मिल सकती है। 65 फीसदी लोगों ने माना है कि बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा दूसरा कोई सर्वश्रेष्ठ नहीं है। सर्वे में शामिल लोगों का मानना है कि देश में पीएम मोदी ही प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उचित हैं। India today karvy survey NDA Win.
आज चुनाव हुए तो चलेगी मोदी की आंधी राहुल फ्लॉप –
नोटबंदी के बाद करवाये गए इस सर्वे के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए, तो केन्द्र में फिर से मोदी की सरकार बनेगी। एनडीए को 360 सीटें और यूपीए को मात्र 60 सीटें मिलने का चौकाने वाला नतीजा सामने आया है। आजतक और कार्वी इनसाइट द्वारा कराये गए इस सर्वे के अनुसार 69 फीसदी लोगों ने मोदी के कामकाज को सराहा है। इस सर्वे में 19 राज्यों के 12143 लोगों से राय ली गई है और 97 संसदीय और 194 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को कवर किया गया है।
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मोदी सरकार का जादू कायम, लोकप्रियता बढ़ी –
नोटबंदी के फैसले के बाद हुए इस सर्वे में पीएम मोदी सरकार का जादू न सिर्फ कायम है बल्कि पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। सर्वे में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में भी खासा उछाल देखने को मिला है। सर्वे में 65 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी को सबसे पसंदीदा उम्मीदवार माना है। पीएम मोदी की लोकप्रियता में अगस्त महीने में हुए पिछले सर्वे के मुकाबले 15 फीसदी वृद्धि हुई है। जबकि राहुल गांधी को 10 फीसदी और सोनिया गांधी को 4% लोगों ने पसंद किया है। पीएम पद के लिए पसंदीदा उम्मीदवार के मामले में मुखिया मुलायम सिंह को 1 और बीएसपी प्रमुख मायावती को भी सिर्फ 1 फीसदी लोगों ने पसंद किया है।
नोटबंदी पर जनता की राय, मिला जबरदस्त समर्थन –
सर्वे में लोगों ने मोदी सरकार द्वारा लिये गए ऐतिहासिक नोटबंदी के फैसले की सराहना की गई है और इसपर तगड़ा समर्थन मिला है। 45 फीसदी लोगों की राय है कि नोटबंदी से कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी, जबकि 35 फीसदी का मानना है कि ये कदम अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। इसके अलावा, 7 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर होगी। सर्वे में सबसे चौकाने वाली बात यह है कि मोदी के विकल्प के तौर पर 13 पर्सेंट लोग नीतीश कुमार को, जबकि 10 पर्सेंट लोग केजरीवाल को पीएम मोदी के विकल्प के तौर पर देख रहे हैं।