BMC चुनाव में टूटी 22 साल पुरानी शिवसेना-बीजेपी की दोस्ती!
देश के सबसे बड़े निकाय बृहन्मुंबई महानगर पालिका समेत महाराष्ट्र के 25 जिला परिषद के चुनाव से ठीक पहले शिवसेना ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया है. कल खुद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एलान कर कर दिया. कल एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “अगर आप मुझे वचन दोगे तो मैं अभी आपको मेरा फैसला बता रहा हूं, इसके आगे शिवसेना अकेली महाराष्ट्र में लडेगी. गठबंधन के लिये मैं किसी के भी आगे कटोरा ले कर खडा नही रहूंगा. इसके आगे जो भी रहेगा वो मेरा और मेरे शिवसेना का रहेगा. किसी से भी भीख नही मागूंगा.”
द्धव ठाकरे ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का एलान :
रैली में उद्धव ठाकरे ने सिर्फ गठबंधन तोड़ने का ही एलान नहीं किया बल्कि बीजेपी पर भी जमकर बरसे. इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बीजेपी के साथ कोई भी रहे लेकिन राज्य में परिवर्तन आएगा. वहीं प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
पार्टी ने गठबंधन में रहकर 25 साल बर्बाद किए :
शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में पदाधिकारियों के रैली में साफ कह दिया कि पार्टी ने गठबंधन में रहकर 25 साल बर्बाद किए. शिवसेना का जन्म सत्ता के लिए नहीं हुआ लेकिन अगर कोई भी शिवसेना को कमजोर आंकने की भूल करेगा तो हम उसे उखाड़ फेंकेंगे. उद्धव ने शिव सेना के कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए अपने आक्रामक भाषण में खाद्यी ग्रामोद्योग के कैलेंडर में महात्मा गांधी की तस्वीरें नहीं छापने और पीएम मोदी की तस्वीर प्रकाशित करने के मुद्दे को भी उठाया.
अकेले दम पर महाराष्ट्र में भगवा फहराएंगे :
भाजपा पर शिवसेना का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पार्टी प्रमुख ने कहा कि आगामी निगम चुनावों में शिवसेना गठबंधन नहीं करेगी. हम अकेले दम पर महाराष्ट्र में भगवा फहराएंगे. केंद्र और महाराष्ट्र की राजग सरकारों में शिवसेना गठबंधन सहयोगी है वहीं बृहन्मुंबई महानगरपालिका में वह सत्तारूढ़ है. दो दशक से अधिक समय से निगम पर शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन में कब्जा रहा है. ठाकरे ने अपने तीखे भाषण में कहा कि शिवसेना बिना गठबंधन के चुनाव लड़ने को तैयार है और उसे ऐसे सिपाहियों की जरूरत है जिनमें पीछे से वार करने के बजाय सामने से हमला करने का साहस हो. तमिलनाडु में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव जल्लीकट्टू से कम नहीं हैं जहां एक सांड़ को हमेशा के लिए काबू में करना जरूरी है. उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं का जोरदार तालियों के साथ समर्थन भी मिला.
गठबंधन की बातचीत में आखिर में गतिरोध तब आया जब शिवसेना ने बीएमसी की कुल 227 सीटों में से 114 सीटों पर भाजपा के दावे के विपरीत उसे महज 60 सीटों की पेशकश की. बीजेपी का इस चुनाव में 50-50 फॉर्मुले के तहत आधी सीटें मांगना शिवसेना को नागवार गुजरा है. इसे उद्धव ठाकरे ने बिना हैसियत रखा प्रस्ताव करार देते हुए शिवसेना का अपमान करार दिया. BMC के साथ नासिक, पुणे, कोल्हापुर और नागपुर समेत राज्य के 10 नगर निगमों के लिए चुनाव 21 फरवरी को होने हैं. राज्य की 25 जिला परिषदों के लिए चुनाव दो चरणों में 16 और 21 फरवरी को होगा.