निर्भया के दोषी को बनाया गया ब्रांड एंबेसडर, DCW ने मांगा चुनाव आयोग से जवाब
पंजाब राज्य चुनाव आयोग (Punjab State Election commission) की और से हाल ही में एक होर्डिंग लगाई गई थी। इस होर्डिंग में पंजाब राज्य चुनाव आयोग ने निर्भया कांड के दोषी को ब्रांड एंबेसडर के तौर पर दिखाया था। पंजाब राज्य चुनाव आयोग की और से की गई इस गलती को लेकर निर्भया की मां ने दिल्ली महिला आयोग से शिकायत की है। जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले पर कार्यवाही करने की मांग चुनाव आयोग से की है।
सोशल मीडिया पर हुई वायरल
निर्भया कांड के दोषी की फोटो होर्डिंग में लगाने की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। जिसके बाद निर्भया की मां ने सोमवार को दिल्ली महिला आयोग से शिकायत की और दिल्ली महिला आयोग से इस मामले की जांच करने की मांग की। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली महिला आयोग ने चुनाव आयोग से इसके बारे में रिपोर्ट मांगी।
29 जुलाई तक मांगा जवाब
दिल्ली महिला आयोग की और से जो नोटिस चुनाव आयोग को भेजा गया है। उस नोटिस में दिल्ली महिला आयोग ने चुनाव आयोग से 29 जुलाई तक जवाब देने को कहा है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से पूछा है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी कौन हैं? उस अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है? साथ में ही आगे जाकर ऐसी घटना ना हो इसको रोकने के लिए क्या कदम आयोग की और से उठाए गए हैं?
जागरूकता अभियान के पोस्टर में लगाई थी फोटो
निर्भया कांड के आरोपी की फोटो पंजाब चुनाव आयोग ने होशियारपुर जिले में लगे एक होर्डिंग में लगाई थी। ये होर्डिंग चुनाव जागरूकता अभियान के तहत लगाया गया था। इस होर्डिंग में तीन लोगों की फोटो लगी थी जिसमें से एक मुकेश सिंह था जो कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म का दोषी है। इस होर्डिंग को लेकर काफी हंगामा भी किया गया था। वहीं इस पोस्टर को लेकर पंजाब के एक मंत्री का कहना है कि ये मामला गलत पहचान का है। जिसकी और से ये गलती की गई है उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
क्या है निर्भया कांड
दिल्ली में साल 2012 में एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस सामूहिक दुष्कर्म को निर्भया कांड के नाम से जाना जाता है। इस मामले में सभी आरोपियों को दोषी पाया गया था। इन्हीं दोषी में से एक दोषी मुकेश सिंह है और इसकी फोटो होर्डिंग में लगाई गई है।
इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने चुनाव आयोग से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं चुनाव आयोग ने पंजाब राज्य के चुनाव आयोग से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है। उम्मीद है कि ये मामला जल्द ही हल हो जाएगा।