मायावती ने मुख्तार अंसारी को दिया टिकट, गुंडे चढ़ें अब हाथी पर, गोली मारेंगे छाती पर!
यूपी में कानून व्यवस्था के नाम पर सपा सरकार को पानी पी-पी कर कोसने वाली मायावती ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और इनके भाइयों को न केवल पार्टी में शामिल किया बल्कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट भी दे दिया, मायावती ने दलील दी कि अंसारी बंधुओं को फंसाया गया है.
बाहुबली मुख्तार अंसारी की घर वापसी हो गयी :
मुख्तार अंसारी जैसे लोंगों को पार्टी में शामिल करके मायावती का बहुजन हिताय का सपना पूरा होगा. बाहुबली मुख्तार अंसारी की घर वापसी हो गयी है. मायावती को गुलदस्ता देकर मुख्तार के भाई अफजाल ने मायावती का आभार जताया, साथ ही मुख्तार, उसके बेटे अब्बास और भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को टिकट देने का एलान भी किया गया.
मायावती ने अंसारी को बीएसपी से निकाल दिया था :
मुख्तार अंसारी को साल 2010 में मायावती ने ही बाहुबली होने का आरोप लगाकर बीएसपी से निकाल दिया था. मुख्तार कई अलग अलग आरोपों में 2005 से ही जेल में है, मुख्तार ने 2007 और 2012 का विधानसभा चुनाव मऊ विधानसभा सीट से जीता था, वह 2002 और 1996 में भी मऊ से जीत चुका है. मुख्तार अंसारी ने 2002 और 2007 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
जबकि 1996 में वह बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीता था, 2012 में उसने कौमी एकता दल बनाया और मऊ सदर से चुनाव में जीत दर्ज की, जिस मुख्तार को मायावती ने बाहुबली कह कर पार्टी से निकाल दिया था आज मायावती का मानना है कि मुख्तार सुधर गया है, मायावती ने कहा कि जो सुधर जाता है उसे बीएसपी वापस ले लेती है.
इतना ही नहीं अंसारी परिवार को टिकट देने के लिए मायावती ने मऊ जिले की मऊ और घोसी सीट के घोषित प्रत्याशियों का टिकट वापस ले लिया था, गौरतलब है बीएसपी पहले ही 403 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है.
मायावती ने मुख्तार को मऊ सदर, सिगबतुल्लाह अंसारी को मोहम्मदाबाद और बेटे अब्बास को घोसी से टिकट दिया गया है. अंसारी बंधुओ को टिकट मिलने के बाद बीएसपी में विद्रोह होने के आसार नजर आ रहे हैं.