सचिन की फरारी में बैठ साध्वी बनने निकलीं स्तुति शाह, बेटी के फैसले पर परिवार ने किया ऐसे रिएक्ट
यूं तो सांसारिक सुख भोगने के लिए इंसान दिन रात मेहनत करके धन कमाता है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जो धन दौलत को छोड़ कर ईश्वर में लीन होना चाहते हैं। सांसारिक सुख को छोड़ कर ईश्वर में लीन होने वाले व्यक्तियों को संन्यासी कहा जाता है, जिनकी संख्या भले ही कम हो, लेकिन आए दिन कई ऐसे चेहरे सामने आते हैं, जिनके बारे में जानकर लोगों को हैरानी होती है। इसी कड़ी में स्तुति शाह का नाम सामने आ रहा है, जोकि अब संन्यासी बनने की तैयारी कर चुकी हैं। जी हां, स्तुति शाह के संन्यासी बनने की बात बड़ी नहीं है, बल्कि उन्होंने जिस उम्र में इसका फैसला लिया है, वो बड़ी बात है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
गुजरात के सूरत की रहने वाली स्तुति शाह ने अब सांसारिक सुख छोड़ कर वैराग्य में मन लगाने का फैसला कर चुकी है, जिसकी शुरुआत उन्होंने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की फरारी कार से की है। इतना ही नहीं, जिस फरारी कार पर बैठ कर स्तुति शाह ईश्वर में लीन होने चली, वह फरारी कार कभी सचिन की हुआ करती थी। दरअसल, स्तुति शाह के पिता ने अपनी बेटी के लिए फरारी और ऑडी कार की व्यवस्था की थी, जिसमें उन्होंने सचिन की फरारी को पसंद किया।
18 साल की उम्र में संन्यासी बनने का फैसला
18 साल की उम्र में युवा पीढ़ी अपने करियर पर फोकस करती है, तो वहीं दूसरी तरफ स्तुति शाह ने सांसारिक सुख छोड़ने का फैसला कर लिया और उन्होंने दीक्षा लेने की तारीख के लिए घर से निकली थी। बता दें कि स्तुति शाह सोमवार को दीक्षा की तारीख़ लेने के लिए गुरु भगवंतो के पास बाजे गाजे के साथ महंगी कार में निकली, जिसमें सचिन की फरारी भी शामिल थी। इतना ही नहीं, स्तुति शाह 18 साल की उम्र में 10 दस देशों का भ्रमण भी कर चुकी हैं।
सचिन की फरारी में बैठ कर निकलीं स्तुति शाह
दीक्षा लेने की तारीख के लिए गुरु भगवतों के पास स्तुति शाह सज धज के महंगी गाड़ियों में गई। इतना ही नहीं, स्तुति शाह के पीछे महंगी गाड़ियों का काफिला था, लेकिन उन्होंने सचिन की फरारी का ही चयन की। स्तुति शाह सचिन की फरारी में बैठकर दीक्षा लेने की तारीख लेने पहुंची तो सुर्खियों में आ गई। दरअसल, जो फरारी कभी सचिन की हुआ करती थी, वही फरारी अब गुजरात के बिल्डर के पास है, जिससे स्तुति के पिता ने अपनी बेटी के लिए मांगा।
बेटी के फैसले से खुश है परिवार
पढ़ाई लिखाई में अव्वल रहने वाली स्तुति शाह के फैसले से उनका परिवार काफी खुश है। स्तुति शाह साध्वी बनने के बाद पूरा जीवन पैदल ही भ्रमण करेंगी। स्तुति शाह के पिता सुरेश शाह ने कहा कि हम अपनी बेटी पर गर्व करते हैं कि उसने ऐसा फैसला किया। बता दें कि स्तुति शाह ने बताया कि उन्होंने दुनिया का भ्रमण किया और फिर उन्हें लगा कि यह सिर्फ एक मोह माया है, जिसकी वजह से उन्होंने साध्वी बनने का फैसला किया।