आज दोपहर 2:43 बजे लॉन्च होगा चंद्रयान, 978 करोड़ की लागत का है ये मिशन
आज दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाना है। चंद्रयान-2 को जीएसएलवी मार्क-III रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। इस रॉकेट में मॉड्यूल ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) लगाए गए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) लंबे समय से चंद्रयान-2 मिशन पर काम कर रहा है और आज इस मिशन के तहत चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाना है।
गौरतलब है कि इससे पहले चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्च किया जाना था। लेकिन इसकी लॉन्च के कुछ समय पहले ही तापमान और तकनीकी कारणों से इस लॉन्चिंग को रोक दिया गया था। जिसके बाद इसे लॉन्च करने के लिए आज की तारीख यानी 22 जुलाई चुनी गई थी और आज दोपहर को इसे लॉन्च किया जाना है।
देख सकेंगे लॉन्चिंग का लाइव प्रसारण
चंद्रयान-2 को लॉन्च किए जाने का लाइव प्रसारण आप भी देख सकते हैं। इस मिशन के लॉन्च का लाइव प्रसारण कई प्लेटफॉर्म के जरिए किया जाएगा। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र की लॉन्च व्यू गैलरी में बैठकर भी लोग इसकी लॉन्चिंग देख सकते हैं। जबकि चंद्रयान-2 मिशन का लाइव प्रसारण दूरदर्शन पर भी किया जाएगा। चंद्रयान-2 मिशन की लाइव स्ट्रीमिंग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) की वेबसाइट पर भी की जाएगी और आप अपने कम्प्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन और टैबलेट पर भी इसकी लॉन्चिंग देख सकते हैं। इसके अलावा इसरो के सोशल प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर और फेसबुक पर भी इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। आप इसरो के फेसबुक पेज www.facebook.com/ISRO और इसरो के ट्विटर पेज https://twitter.com/isro पर जाकर इस लॉन्चिंग को देख सकेंगे।
मिशन कामयाब रहेगा
इस मिशन पर मीडिया से बात करते हुए इसरो प्रमुख सिवन ने कहा कि ये मिशन कामयाब रहेगा और हमें उम्मीद है कि चंद्रयान-2 चंद्रमा पर जाकर कई नई चीजों की खोज करेंगा। सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। पिछली बार लीकेज के कारण लॉन्चिंग को रोकना पड़ा था। लेकिन इस बार हमने सतर्कता बरती है। मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि इस बार कोई भी तकनीकी गड़बड़ी नहीं होगी।
6 सितंबर को होगी मून लैंडिंग
चंद्रयान-2 मिशन के तहत आज ये लॉन्च किया जाएगा और 14 अगस्त को ये चंद्रमा के कक्ष पर होगा। इसके बाद 6 सितंबर तक इसकी मून पर लैंडिंग करवाई जाएगी। आपको बता दें कि मून पर रोवर को लैंड किया जाएगा और इस रोवर की और से खींची गई तस्वीरें मून से जुड़े कई रहस्यों को खोलेंगी। इतना ही नहीं इसरो द्वारा चंद्रयान-2 की लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में करवाई जानी है और अभी तक किसी भी देश ने दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र से लैंडर को चांद पर नहीं उतारा है। अगर भारत ऐसा करने में कामयाब हो जाता है तो हमारा देश पहला ऐसा देश बन जाएगा। जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र से ये लैंडिंग करवाई होगी। ये पहला मौका नहीं है जब भारत चांद पर चंद्रयान भेज रहा है। इससे पहले साल 2008 में चंद्रयान-1 लॉन्च किया गया था। वहीं चांद पर अगर चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग हो जाती है तो भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जो कि ऐसा करने में कामयबा होगा।