अगर आप पीते हैं प्लास्टिक की बोतल से पानी तो हो जाएं सावधान, हो सकती है ये घातक बीमारी
बोललबंद पानी को सेहत के लिए सही माना जाता है और ये पानी एकदम शुद्ध होता है। अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आप एकदम गलत हैं। क्योंकि हाल ही में बोलतबंद पानी पर किए गए एक शोध में ये बात सामने आई है कि बोलतबंद पानी को पीने से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। बोतलबंद पानी पर ये शोध न्यूयार्क की स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया है। न्यूयार्क की स्टेट यूनिवर्सिटी ने ये शोध भारत, अमेरिका, चीन, ब्राजील, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मैक्सिको, केन्या और लेबनान के देशों में बिकने वाली बोतलबंद पानी पर किया है।
क्या पाया गया शोध में
शोधकर्ताओं ने बोलतबंद पानी पर किए गए इस शोध में पाया कि जब बोलतों के अंदर पानी भरा जाता है, तब पानी एकदम शुद्ध होता है। लेकिन लंबे समय तक प्लास्टिक की बोलत में बंद रहने के कारण पानी में प्लास्टिक के कण मिल जाते हैं और ये पानी स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होता है। इस पानी को पीने से कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
जब पानी को उबाला जाता है तब पानी में मौजूद कीटाणु या वायरस नष्ट हो जाते हैं। लेकिन जब पानी को प्लास्टिक की बोलत में भर दिया जाता है तब प्लास्टिक में मौजूद घातक कण पानी में मल जाते हैं। दरअसल 35 से 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक तापमान होने से प्लास्टिक के केमिकल पानी में मिलना शुरू हो जाते हैं और ऐसा होने पर पानी प्रदूषित हो जाता है।
कई देशों में पानी की बोलत बनाने में पीवीसी पाइपों में प्रयोग होने वाली प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है और इस प्लास्टिक को बनाने के लिए बिसफेनोल नामक रसायनों का प्रयोग होता हैं। ये रसायन सेहत के लिए घातक माना जाता है।
हो जाती है तबीयत खराब
गर्मी के संपर्क में आने से प्लास्टिक बोतलों से 55 से 60 जहरीले रसायन निकलते हैं। ये रसायन पदार्थ पानी में मिल जाते हैंं। जिसके कारण ये पानी पीने से सेहत को नुकसान पहुंचता है। इस पानी को पीने से कई प्रकार के कैंसर जैसे ब्रेस्ट कैंसर, कोलन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर आदि होने का खतरा बढ़ जाता है। ये पानी अगर गर्भवती महिलाएं पीती हैं तो उन्हें भी कई तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा कई लोग अपने घर में पानी को प्लास्टिक की बोलत में रखते हैं। जिसकी वजह से ये पानी भी शुद्ध नहीं माना जाता है। इसलिए पानी को रखने के लिए प्लास्टिक की बोलत का प्रयोग करने से बचें। आप चाहें तो प्लास्टिक की बोलत की जगह कांच की बोतल या फिर मटके का प्रयोग करें। इनमें पानी रखने से पानी शुद्ध और साफ रहता है और पानी में किसी भी तरह के रसायन पदार्थ भी नहीं मिलते हैं।
प्लास्टिक की बोलत के अलावा आप प्लास्टिक से बनें बर्तनों का इस्तेमाल भी करने से बचें। क्यों प्लास्टिक के बर्तन बनाने में जो प्लास्टिक इस्तेमाल की जाती है वो भी सेहत के लिए हानिकारक होती है। इसके अलावा कई लोग प्लास्टिक के बर्तनों में खाना गर्म करते हैं जिसकी वजह से खाने में प्लास्टिक के कण मिल जाते हैं और ये खाना हानिकारक बन जाता है।