DTC की बस में विनोद ने किया था शीला दीक्षित को प्रपोज, ऐसे शुरु हुई थी फेवरेट सीएम की लव स्टोरी
दिल्ली की फेवरेट एंड प्यारी मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित ने शनिवार को आखिरी सांस ली। शीला दीक्षित ने एक दशक तक दिल्ली को निखारने और संवारने का काम किया, जिसकी वजह से वे लोगों के दिलों में राज करती हैं। दिल्ली की जनता के लिए शीला दीक्षित ग्रैंड मदर जैसी थी। इतना ही नहीं, दिल्ली को आधुनिक दिल्ली बनाने में शीला दीक्षित का अहम योगदान रहा, जिसकी बदौलत आज दिल्ली खुद हरी भरी दिल्ली के नाम से पुकारती है। जी हां, शीला दीक्षित के राजनीतिक करियर के बारे में तो लोग जानते ही हैं, लेकिन आज हम आपको उनकी लव लाइफ के बारे में बताने जा रहे हैं।
कांग्रेस लीडर शीला दीक्षित 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री बनी, जिस दौरान उन्होंने दिल्ली को निखारने का काम किया। शीला दीक्षित ने दिल्ली को अपने हाथों से संजाया और उन्हें इस बात से कभी भी फर्क नहीं पड़ा कि केंद्र में किसकी सरकार है, क्योंकि उन्हें सिर्फ अपने काम पर भरोसा था, जिसकी वजह से उन्होंने दिल्ली को आज ग्रीन दिल्ली बना दिया। खैर, यहां हम दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की लव स्टोरी के बारे में बता रहे हैं।
पढ़ाई के दौरान ही विनोद से हुई थी मुलाकात
दिल्ली को करीब से जानने वाली शीला दीक्षित ने अपनी पढ़ाई भी दिल्ली विश्वविद्यालय से ही की थी। शीला दीक्षित की पढ़ाई के दौरान ही विनोद दीक्षित से मुलाकात हुई, जोकि कांग्रेस के बड़े नेता उमाशंकर के इकलौते बेटे थे। दोनों के बीच मुलाकात धीरे धीरे बढ़ने लगी और फिर यह मुलाकात प्यार में तब्दील हो गई। हालांकि, इस दौरान दोनों के प्रपोज की कहानी काफी दिलचस्प रही। दरअसल, शीला दीक्षित विनोद को काफी पसंद नहीं करती थी, लेकिन बाद में दोनों की दोस्ती हुई।
प्रपोज करने के लिए बस में घूमे थे दोनों
मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में शीला दीक्षित ने बताया कि जब पहली बार विनोद मुझसे दिल की बात कह रहे थे, तब हमने एक साथ एक घंटे तक डीटीसी बस में सफर किया था। उस दिन विनोद ने लंबे सफर के बाद मुझसे कहा कि मैं अपनी मां से कहने वाला हूं कि जिस लड़की को मैं पसंद करता हूं वो तुम हो, जिसके बाद ही विनोद ने मुझे शादी के लिए प्रपोज किया। बता दें कि शीला दीक्षित ने कहा कि वह बस डीटीसी की 10 नंबर की बस थी, जोकि चांदनी चौक से गुजर रही थी।
पारिवारिक विरोध का करना पड़ा था सामना
शीला दीक्षित ने अपनी लव स्टोरी के बारे में बताते हुए कहा कि जब विनोद के परिवार वालों को मेरे बारे में पता चला, तो काफी ज्यादा विवाद हुआ, जिसके बाद हम दोनों ने ही परिवार वालों को मनाया और फिर हमारी शादी हुई। शीला दीक्षित ने कहा कि विनोद के परिवार वालों ने शादी का अधिक विरोध किया था, लेकिन अंतत: हमने अपने परिवार वालों को मना लिया। बता दें कि शीला दीक्षित और विनोद एक साथ एक ही कॉलेज में पढ़ते थे।