
हरसिंगार के औषधीय गुण
हरसिंगार को एक जादुई जड़ी बूटी माना जाता है और हरसिंगार के साथ कई तरह के औषधीय गुण जुड़े हुए हैं। हरसिंगार एक प्रकार का फूल होता है जिसका रंग सफेद होता है और इसे अंग्रेजी भाषा में नाइट जेस्मिन के नाम से जाना जाता है। हरसिंगार के फूल, बीज और छाल का प्रयोग कई तरह के रोगों को सही करने के लिए किया जाता है। हरसिंगार के औषधीय गुणों का जिक्र आयुर्वेद में किया गया है और हरसिंगार के औषधीय गुण इस प्रकार है-
हरसिंगार के औषधीय गुण
बुखार हो दूर
बुखार होने पर आप हरसिंगार के पत्ते का रस पीएं। इसका रस पीने से बुखार एकदम दूर हो जाएगा। चिकनगुनिया का बुखार होने पर भी आप हरसिंगार के पत्तों का रस पी सकते हैं।
जोड़ो के दर्द से मिले राहत
जोड़ो में दर्द होने पर आप हरसिंगार के पत्तों को पीस लें और पानी में डाल दें। फिर इस पानी को अच्छे से उबाल लें। जब यह पानी ठंडा हो जाए तो आप इसको एक बोलत में भरकर रख दें और रोज सुबह खाली पेट इसे पीएं। हरसिंगार के पत्तों का रस पीने से जोड़ों की दर्द एकदम सही हो जाती है।
बवासीर रोग के लिए गुणकारी
बवासीर रोगियों के लिए हरसिंगार काफी लाभप्रदा होता है और इसके बीज का सेवन करने से इस रोग से राहत मिल जाती है। बवासीर होने पर आप हरसिंगार के बीज का सेवन हर रोज करें।
डेंगू का दर्द हो सही
डेंगू होने पर शरीर में अक्सर दर्द रहता है और बीमारी ठीक हो जाने के बाद भी दर्द से राहत नहीं मिलती है। डेंगू का दर्द होने पर आप रोज हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीएं। हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा लगातर दो हफ्ते तक पीने से आपको डेंगू के दर्द से राहत मिल जाएगी। हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा तैयार करने के लिए आप हरसिंगार के पत्ते लेकर उन्हें साफ करे लें। फिर गैस पर पानी उबाल लें और इस पानी में हरसिंगार के पत्ते डाल दें। इस पानी को आप कम से कम 15 मिनट तक उबाल लें। आप चाहें तो इसके अंदर चीनी भी डाल सकते हैं। जब यह पानी अच्छे से उबल जाए तब आप इसे छान ले और इसका सेवन कर लें। आप दिन में एक बार इस काढ़े को पीएं।
सूखी खांसी हो सही
सूखी खांसी से परेशान लोग हरसिंगार के पत्तों का सेवन करें। तीन हरसिंगार के पत्ते लेकर उन्हें अच्छे से पीस लें और इनमें आप शहद को मिला लें। इस मिश्रण को आप दिन में तीन बार पीएं। यह मिश्रण लेने से सूखी खांसी सही हो जाती है। आप चाहें तो चाय में भी हरसिंगार के पत्ते डाल सकते हैं।
त्वचा निखरी रहती है
हरसिंगार का तेल चेहरे के लिए काफी गुणकारी होता है और इस तेल से मालिश करने से चेहरे पर निखार आता है। इतना ही नहीं सर्दी के मौसम में त्वचा पर हरसिंगार का तेल लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है।
दाद को करे खत्म
दाद होने पर आप हरसिंगार का इस्तेमाल करें और हरसिंगार के पत्तों को अच्छे से पीसकर इनका लेप तैयार कर लें। फिर इस लेप को दाद पर लगा लें। इस लेप को लगाने से दाद एकदम सही हो जाएंगे।
बाल झड़ने हों बंद
हरसिंगार के औषधीय गुण बालों के साथ भी जुड़े हुए हैं। बाल झड़ने की समस्या से परेशान लोग हरसिंगार के बीज का प्रयोग करें। हरसिंगार के बीज की मदद से बाल झड़ने की समस्या एकदम सही हो जाती है। आप थोड़े से हरसिंगार के बीज को पीस लें और पानी मिलाकर इसका एक लेप तैयार कर लें। फिर इस लेप को अपने बालों पर लगा लें। यह लेप सिर पर लगाने से बाल झड़ना बंद हो जाएंगे। इतना ही नहीं आपको रुसी और सफेद बाल की तकलीफ से भी राहत मिल जाएगी। आप हफ्ते में एक बार इस लेप को अपने बालों पर जरुर लगाएं।
दर्द करे दूर
शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर आप हरसिंगार के 10 पत्ते लेकर उन्हें पानी में डाल दें और इस पानी को धीमी आंच पर रख कर अच्छे से उबाल लें। जब यह पानी आधा रहे जाए तो गैस को बंद कर दें। इस पानी को छानकर पी लें। यह पानी पीने से दर्द से राहत मिल जाएगी। इसके अलावा हरसिंगार के पत्तों का रस अदरक के साथ खाने से भी दर्द दूर हो जाता है।
त्वचा की चमक बरकरार रहे
हरसिंगार का पेस्ट चेहरे पर लगाने से चेहरे में चमक आ जाती है और चेहरे का रंग निखर जाता है। हरसिंगार का पेस्ट तैयार करने के लिए कुछ हरसिंगार के फूलों की जरूरत पड़ेगी। आप हरसिंगार के फूल लेकर उन्हें अच्छे से पीस लें। फिर इस लेप को अपने चेहरे पर लगा लें। यह लेप 15 मिनट तक चेहरे पर लगाए रखें। 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से अपना चेहरा साफ कर लें। यह फेस पैक आप एक महीने में तीन बार लगाएं। इस फेस पैक को चेहरे पर लगाने से चेहरा एकदम मुलायम भी हो जाएगा।
हृदय रोगों के लिए लाभदायक
हरसिंगार के औषधीय गुण दिल के रोग को ठीक करने के काम आते हैं. हृदय रोगियों के लिए हरसिंगार के फूल का सेवन करना बेहद ही लाभदायक साबित होता है। हरसिंगार के फूलों को खाने से हृदय सेहतमंद रहता है और दिल से जुड़े कई प्रकार के रोग भी नहीं होते हैं।
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