क्या सच में नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर सुनी थी ‘अज़ान’ ? अपना लिया था इस्लाम ? जानिए
दुनिया में बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें जानने के बाद कुछ लोगों को इसपर विश्वास होता है तो कुछ लोग इसपर विश्वास नहीं कर पाते हैं। चांद पर जाने की बातें सभी करते हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने ऐसा बहुत साल पहले कर दिया था। अब तक चांद पर बहुत से अंतरिक्ष यात्री जा चुके हैं लेकिन नील आर्मस्ट्रॉन्ग की बात ही अलग थी वे चांद पर जाने वाले पहले पहले अंतरिक्ष व्यक्ति थे। मगर उनके साथ एक अद्भुत वाक्या हो गया था। क्या सच में नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर सुनी थी ‘अज़ान’ ? इसका जवाब आज भी बहुत से लोगों को नहीं मिला है।
क्या सच में नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर सुनी थी ‘अज़ान’
जानिये क्या थी अफवाह
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के महत्वकांक्षी अपोलो 11 कार्यक्रम के अंतर्गत चांद पर नील आर्मस्ट्रॉन्ग पहले यात्री के तौर पर भेजा था। मगर उनके चांद से लौटने के बाद उनके कुछ में कुछ ऐसा घटा जिसके बारे में हर किसी को नहीं पता है। 16 जुलाई 1969 को लॉन्च अपोलो 11 मिशन संपन्न होने के कुछ समय बाद ही एक ऐसा किस्सा सामने आया जिसपर यकीन करना आसान नहीं रहा। नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने इस्लाम कबूल कर लिया था क्योंकि चांद पर उन्हें अज़ान की आवाज सुनाई दी थी। सालों तक इस बात पर चर्चा रही है लेकिन इसकी शुरुआत साल 1980 के दशक में हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक चांद पर अपोलो 11 के क्रू सदस्यों ने एक अजनबी सी आवाज सुनी थी लेकिन वो उस भाषा या ध्वनि को पहचान नहीं पाए। बाद में जब आर्मस्ट्रॉन्ग मिस्र किसी काम से गए थे तब उन्हें फिर वही आवाज सुनाई दी।
नील के मन में उत्सुकता जाग गई और उन्होंने इस आवाज को लोगों से पूछा कि ये क्या है। तभी उन्हें पता चला कि ये अजान की आवाज है जो चांद पर भी सुनाई देती है। इसके बाद नील ने इसकी गहराई को जानकर इस्लाम को अपना लिया था। साल 1980 के दशक में इंडोनेशिया के एक गायक सुहाएमी ने एक गाना बनाया था जिसमें चांद पर अजान की आवाज गूंजी। इस गाने को आर्मस्ट्रॉन्ग के इस्लाम कबूल करने का जिक्र भी है। इंजोनेशियाई मीडिया में इस गाने को लेकर खूब चर्चा रही और इस तरह से खबरें छपी कि मुस्लिम पार्टी के लोगों ने हाथों-हाथ लिया था। इजिप्ट और मलेशिया में ऐसी खबरें छपने लगी और लंबे समय तक सुर्खियों में बने रहे। ये चर्चाएं साल 1983 में अमेरिका ने इन बातों का खंडन कर दिया था।
लेकिन ये सारी चीज़ें है पूरी तरह से बकवास
जब ये अफवाहें फैलने लगी तो आर्मस्ट्रॉन्ग के सहयोगी विवियन ने एशियन रिसर्च सेंटर इंटरनेशनल क्रिश्चियन फेलोशिप के निर्देशक फिल पॉर्शल को चिट्ठी लिखी थी। उसमें आर्मस्ट्रॉन्ग की तरफ से जवाब दिया गया था कि आर्मस्ट्रॉन्ग के इस्लाम धर्म अपनाने या चांद पर अजान की आवाज आने जैसे बातों में कोई सच्चाई नही हैं। मगर इस खबर ने जोर पकड़ लिया था और जो लोग उन्हें करीब से जानते थे कि उन्होंने कभी इस्लाम धर्म नहीं अपनाया।