केले से बिजली पैदा करने वाले गोपाल को मिला नासा के साथ काम करने का मौका
बिहार राज्य के युवा वैज्ञानिक गोपाल को अमेरिका के अंतरिक्ष रिसर्च संस्थान (नासा) के साथ काम करने का मौका मिला है और नासा की और से इन्हें एक प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए अमेरिका बुलाया गया है। नासा के साथ मिलकर गोपाल जो प्रोजेक्ट करने वाले हैं वो सूरज से जुड़ा हुआ है।
बताया जा रहा है कि गोपाल ने नासा को गोपनियम एलोई प्रोजेक्ट भेजा था और नासा की और से इस प्रोजेक्ट को स्वीकार कर लिया गया है। जिसके बाद नासा ने गोपनियम एलोई प्रोजेक्ट को लेकर गोपाल से संपर्क किया और गोपाल को इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए अमेरिका आने को कहा।
इस उपलब्धि की जानकारी देते हुए गोपाल ने कहा कि वो नासा के साथ काम करने जा रहे हैं। ये प्रोजेक्ट सूरज से जुड़ा हुआ है और अगर ये प्रोजेक्ट सफल रहता है तो आने वाले समय में सूरज पर अध्यनन करना आसान हो जाएगा। गोपाल के अनुसार गोपनियम एलोई हाफनियम, टेंटिलुनियम, कार्बन और नाइट्रोजन का मिश्रण है और इसकी मदद से सूरज का अध्ययन आसानी से किया जा सकेगा।
फिल्म देखकर आया आइडिया
भागलपुर के ध्रुवगंज खरीक बाजार में रहने वाले गोपाल के मुताबिक उन्हें गोपनियम एलोई का आइडिय एक फिल्म के जरिए आया है। गोपाल ने बाताया कि वो एक साइंस फिक्शन पर आधारित फिल्म देख रहे थे और इस फिल्म को देखने के दौरान ही उन्हें गोपनियम एलोई का विचार आया और उन्होंने इस पर एक प्रोजेक्ट तैयार कर उसे नासा को भेजा। नासा को ये प्रोजेक्ट पसंद आया और नासा ने इन्हें अमेरिका बुला लिया।
2016 में की थी केले के तने से बिजली उत्पन्न
साल 2016 में गोपाल काफी सुर्खियों में आए थे। इन्होंने तब केले के तने से बिजली उत्पन्न करने की खोज की थी। इस खोज के बाद गोपाल ने 4 साल के लिए भारत सरकार के साथ अनुबंध किया था और अभी इस अनुंबध का एक साल ही पूरा हुआ है।
लैब में कर रहे हैं काम
गोपाल इस समय देहरादून के ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी की लैब में काम कर रहे हैं। वहीं जब गोपाल से पूछा गया कि कैसे उन्हें केले के थंब से बिजली उत्पन्न करने का आइडिया आया ? तो उन्होंने कहा कि केले के थंब से बिजली उत्पन्न करना आसान है और ऐसा करने के लिए दो इलेक्ट्रोड की जरूरत पड़ती है। दो इलेक्ट्रोड आसानी से बाजार में मिल जाते हैं। इनको केले के थंब में लगा दिया जाता है और फिर दोनों इलेक्ट्रोड से बिजली की तार जोड़ दी जाती हैं। बिजली की तार से जोड़ते ही बल्ब जलने लग जाता है।
कर रहें हैं इन प्रोजेक्ट पर काम
गोपाल अभी कई सारे अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं और इस समय ये केले के थंब से सेनिटरी नैपिकन, बैंडेज, यूरिया, बेबी पैंपर तैयार करने का काम कर रह हैं। वहीं अब इन्हें नासा के साथ मिलकर भी एक प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला है।