Breaking News: ऋषिकेश का 96 साल पुराना ‘लक्ष्मण झूला’ हुआ बंद, ये है वजह
उत्तराखंड के ऋषिकेश की जब भी बात होती है, तब लक्ष्मण झूला का जिक्र ज़रूर होता है, जिसे विदेशी पर्यटकों द्वारा भी खूब पसंद किया जा रहा है। ऋषिकेश की वादियों में घूमने वाला हर शख्स लक्ष्मण झूला का लुफ्त ज़रूर उठाता है, लेकिन अब पर्यटक इसका लुफ्त नहीं उठा सकेंगे। जी हां, कई दशकों से ऋषिकेश की शान को बढ़ाने वाला लक्ष्मण झूला पर पर्यटक सैर नहीं कर पाएंगे, जिसकी वजह से लोगों में निराशा देखने को मिल रही है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
बीते कई दशकों से ऋषिकेश की खूबसूरती को बढ़ाने वाला लक्ष्मण झूला को फिलहाल अस्थायी बंद कर दिया गया है, जिससे इस पार से उस पार जाने वाले लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, ऋषिकेश घूमने आए पर्यटक को लक्ष्मण झूला पर जाने नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से उनमें एक अलग ही उदासी देखने को मिल रही है। और यह उदासी हो भी क्यों न, क्योंकि बीते कई दशकों से लक्ष्मण झूला को लोग देखते हुए आए हैं, ऐसे में अब यह बंद हो गया है, तो उदास होना लाजमी है।
क्यों बंद हुआ लक्ष्मण झूला?
ऋषिकेश में गंगा नदी पर बने लक्ष्मण झूला को अस्थाई रुप से बंद कर दिया गया है, जिसके पीछे की वजह सुरक्षा बताई जा रही है। दरअसल, लक्ष्मण झूला जीर्णशीर्ण अवस्था में आ चुका है, जिसकी वजह से खतरनाक माना जा रहा है। अधिकारियों की माने तो यह पुल एक तरफ झुक चुका है, जोकि कभी भी गिर सकता है, इसीलिए इसे फिलहाल अस्थाई रुप से बंद कर दिया गया है। हालांकि, माना जा रहा है कि पुल की मरम्मत होने के बाद फिर से चालू किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल ऐसा होना नामुमकिन माना जा रहा है।
ज्यादा भार सहन नहीं कर सकता लक्ष्मण झूला
विशेषज्ञों की माने तो कई दशकों से भारी भरकम भार उठाने या सहने वाला लक्ष्मण झूला अब पहले जैसा नहीं रहा है। ऐसे में अब लक्ष्मण झूला ज्यादा भार नहीं सह सकता है, इसीलिए बंद करना ही जनहित है। दरअसल, लक्ष्मण झूला पर यदि एक साथ बहुत ज्यादा लोग आ गए तो यह पुल गिर भी सकता है, जिससे काफी बड़ा हादसा हो सकता था, इसी बात को ध्यान में रखते हुए इसे बंद करने का आदेश दिया गया है और दोबारा से मरम्मत करने का आदेश भी दिया गया है।
96 साल पुराना है लक्ष्मण झूला
ऋषिकेश में गंगा नदी के ऊपर बने लक्ष्मण झूला का निर्माण 1923 में किया गया था, जोकि नदी के दो हिस्सों को आपस में जोड़ता है। यह पुल इंजीनियरिंग का एक बेजोड़ नमूना भी है, जिसकी वजह से काफी ज्यादा खूबसूरत है। इतना ही नहीं, कलाकारी की वजह से ही इसकी खूबसूरती देखने लायक है और दूर दराज से लोग आकर इसे देखते हैं। साथ ही यह अब ऋषिकेश की एक खास पहचान भी बन चुका है, लेकिन अब इसका लुफ्त पर्यटक नहीं उठा पाएंगे।