संत और सेठ की कहानी: जब इंसान क्रोध करता है तभी झगड़ा होता है
एक कथा के अनुसार एक संत एक गांव मे भिक्षा मांगने के लिए आता है। इस गांव में प्रवेश करते ही ये संत पाता है कि गांव के दो लोग आपस में काफी लड़ रहे होते हैं और गांव वाले इन दोनों लोगों को शांत करवाने में लगे होते हैं। कुछ देर तक लड़ाई करने के बाद ये दोनों गांव वाले शांत हो जाते हैं और अपने-अपने कार्य में लग जाते हैं। ये लड़ाई खत्म होने के बाद संत भी लोगों के घरों में जाकर उनसे भिक्षा मांगना शुरु कर देता है। भिक्षा मांगते हुए संत एक सेठ के घर जाता है और सेठ से भिक्षा में थोड़े से चावल मांगता है। ये सेठ संत को अपने घर के अंदर बुलाता है और संत की खूब सेवा करता है।
सेठ और उसकी पत्नी संत को भिक्षा में खूब सारा अनाज भी देते हैं। अनाज देते हुए ये सेठ संत से कहता है, आप तो काफी ज्ञानी लगते हैं और आपके पास तो हर सवाल का जवाब होगा। क्या मैं आप से एक सवाल पूछ सकता हूं। संत सेठ से कहता है, क्या पूछना चाहते हो ? सेठ कहता है अभी हमारे गांव में दो लोगों के बीच लड़ाई हो रही थी। मैं आप से जानना चाहता हूं कि आखिर क्या लोग लड़ाई करते हैं? आखिर क्यों लोगों को शांति पसंद नहीं है?
ये सवाल सुनने के बाद संत कुछ देर के लिए शांत हो जाता है और एकदम से कहता है, अरे मूर्ख इंसान तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे से इस तरह का बेकार सवाल पूछने की। मेरे पास तेरे इस सवाल का कोई भी जवाब नहीं है। संत की ये बात सुनकर सेठ को गुस्सा आ जाता है और वो गुस्से में संत को कहता है, मैंने आपको ज्ञानी समझा। आपकी इतनी सेवा की और आपको दान में इतना सारा अनाज दिया और आप मेरे से इस तरह से बात कर रहे हों। ये सेठ काफी समय तक संत को खूब कुछ सुनाता रहा।
सेठ जब शांत हुआ तब संत हंसने लगा। संत को हंसता देख सेठ हैरान हो गया और सेठ ने संत से कहा, आप हंस क्यों रहे हो। संत कहता है, यही तुम्हारे सवाल का जवाब है। जब मैंने तुम्हें कुछ अप्रिय शब्द बोले तो तुम्हें क्रोध आ गया। क्रोध में तुमने मुझे काफी कुछ बुरा कहा और मेरे पर चिल्लाने लगे। अगर तुम मेरी बात सुनने के बाद शांत रहते तो ये लड़ाई नहीं होती है। अर्थात जब इंसान क्रोध करता है तभी झगड़ा होता है। अगर हम क्रोध ना करें तो कभी भी हमारा झगड़ा किसी से नहीं होगा। इसलिए क्रोध पर काबू रखना बेहद ही जरूर होता है। संत की ये बात सुनकर सेठ को समझ आ गया कि क्रोध ही लड़ाई की वजह होता है इसलिए इंसान को हमेशा शांत रहना चाहिए।
कहानी की सीख
चाहें कैसी भी परिस्थिति हो हमें हमेशा शांति रहना चाहिए। क्रोध की वजह से केवल लड़ाई ही होती है और जीवन में दिक्कते पैदा होती है। जबकि शांत रहने से जीवन सुखों से भरा रहता है।