लक्ष्मी पूजा के बाद दान करे ये 5 चीजें, घर की बरकत कभी ख़त्म नहीं होगी
लक्ष्मीजी को धन की देवी कहा जाता हैं. कई भक्त लोग अपनी पैसो की समस्यां के समाधान के लिए माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. इस प्रयत्न में माता की आरती और पूजा पाठ बड़ी आवश्यक होती हैं. इसे आप पुरे सच्चे मन से करिए. हालाँकि बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि इस लक्ष्मी पूजा के बाद यदि आप कुछ खास चीजों का दान करते हैं तो आपको बेहद ज्यादा फायदा होता हैं. इस दान को करने से माता लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं. इसलिए आपको इसे लक्ष्मी पूजन समाप्त होने के बाद जरूर करना चाहिए. तो चलिए फिर बिना किसी देरी के इन चीजों के बारे में जान लेते हैं.
पीले वस्त्र
घर में जिस दिन आप लक्ष्मी पूजन करे उस दौरान माता के सामने एक थाली में पीले वस्त्र भी रख दे. पूजा समाप्त होने के बाद आप इन वस्त्रों को किसी वृद्ध महिला को दान कर दे. ऐसा करने से आपकी किस्मत चमकती हैं और घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती हैं.
तांबा या पीतल की वस्तु
लक्ष्मी पूजन करने के पश्चात आप किसी भी मंदिर में पीतल या ताम्बे की बनी कोई वस्तु जैसे घंटी, दीपक, आरती की थाली इत्यादि दान कर दे. ऐसा करने से आपके घर कभी दुर्भाग्य नहीं आएगा. आपकी तिजोरी में जो धन रखा हैं वो खाली होने की बजाए दिन प्रतिदिन बढ़ता ही चला जाएगा.
पैसे
लक्ष्मी पूजा में कुछ पैसे अलग से दान करने के उद्देश्य से भी चढ़ाए. पूजा समाप्त होने के बाद इन पैसो को किसी जरूरतमंद व्यक्ति जैसे कोई गरीब या भिखारी को दे देवे. आपके इस कृत्य से माता लक्ष्मी बड़ी प्रसन्न होगी और आपको बदले में उसका दस गुना लाभ देगी.
नारियल
नारियल (जिसे हम श्रीफल भी कहते हैं) का दान भी बड़ा ही शुभ माना जाता हैं. घर में हो रही लक्ष्मी पूजा में 3 नारियल चढ़ाए. पहला घर के लोग प्रसादी के रूप में ग्रहण कर ले. दूसरा पड़ोसी या अन्य लोगो में इसे बाँट दे और तीसरा नारियल किसी मंदिर में पूरा ही चढ़ा दे. ऐसा करने से घर में कभी अन्न की बरकत कम नहीं होती हैं.
जानवर को भोजन का दान
लक्ष्मी पूजा करने के बाद उस दिन कभी भी किसी जानवर जैसे गाय, कुत्ता, बिल्ली इत्यादि को भोजन का दान करे. उन्हें आप अपनी तरफ से भरपेट खाना खिलाए. आपकी इस उदारता को देख लक्ष्मीजी का दिल खुश होगा और वे भी आपके ऊपर धन लाभ की उदारता दिखाएगी.
यह जरूरी नहीं कि इन सभी चीजों का दान आप एक ही दिन करे. इन्हें आप अलग अलग दिन भी कर सकते हैं. वैसे तो ये दान कभी भी किया जा सकता हैं लेकिन शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन के बाद करने से इसका महत्त्व और लाभ बढ़ जाता हैं. इस दान को आप सच्चे मन से ही कीजिएगा. कंजूसी वाले इरादे या खट्टे मन से किया गया दान कभी सफल नही होता हैं.
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