87 साल की आयु में भी ‘शूटर दादी’ दे रही हैं लड़कियों को बंदूक चलाने की ट्रेंनिग
उत्तर प्रदेश के बागपत में रहने वाली चंद्रो तोमर को ‘शूटर दादी’ के नाम से जाना जाता है। चंद्रो तोमर ने कई सारी लड़कियों को बंदूक चलाना सीखाया है। हाल ही में 87 साल की चंद्रो तोमर की तबीयत खराब हो गई थी और इन्हें एम्स में भर्ती करना पड़ा था। लेकिन अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद चंद्रो तोमर ने एक बार फिर से लड़कियों को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। चंद्रो तोमर से बंदूक चलाने का प्रशिक्षण लेने के लिए दूर-दूर से बच्चे आते हैं और इन्होंने कई सारे बच्चों को ट्रेनिंग दे रखी है। इतना ही नहीं इनके द्वारा किए गए कई प्रशिक्षित बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर खेल भी रहे हैं और इनके परिवार के दो सदस्य अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटर भी हैं।
एक हाथ से ही दे रही हैं बंदूक चलाने का प्रशिक्षण
14 जून को अचानक से चंद्रो तोमर बेहोश हो गई थी जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था। गिरने की वजह से चंद्रो तोमर के दाहिने हाथ की हड्डी टूट गई थी। लगभग कई दिनों तक एम्स में रहने के बाद इन्हें हाल ही में डिस्चार्ज किया गया था और अब एक बार फिर से चंद्रो तोमर ने लड़कियों को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है और ये एक हाथ से ही लड़कियों को बंदूक चलाना सीखा रही है।
लोगों ने किया जोश से स्वागत
बागपत में रहने वाली चंद्रो तोमर जब अपना इलाज करवा कर वापस से अपने गांव लौटी तो गांव के लोगों ने जोश के साथ इनका स्वागत किया और इस दौरान चंद्रो तोमर ने गांव वालों को संबोधित भी किया और गांव वालों से कहा कि ‘लड़की बचाओ, लड़की पढ़ाओ और लड़की खिलाओ भी। गांव वालों से बात करते हुए चंद्रो तोमर ने कहा कि हमारे देश की लड़कियां देश का नाम रोशन कर रही हैं और आगे भी करने वाली हैं। जब मैं इस आयु में हिम्मत कर रही हूं तो आप लोग भी हिम्मत करें। अपने जीवन में अच्छा काम करें और कभी भी अच्छे काम करने का घमंड न करे।
खुद की बेटी को बनाया अंतरराष्ट्रीय शूटर
चंद्रो ने अपनी बेटी सीमा को भी बंदूक चलाना सीखा रखा हैं और इनकी बेटी सीमा एक अंतरराष्ट्रीय शूटर हैं। इतना ही नहीं सीमा ने 2010 में राइफल और पिस्टल विश्व कप में पदक भी जीता था और ये राइफल और पिस्टल विश्व कप में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला हैं। बेटी के अलावा चंद्रो की पोती नीतू सोलंकी भी एक अंतरराष्ट्रीय शूटर हैं।
बन रही है बायोपिक
चंद्रो के जीवन पर एक फिल्म भी बनाई जा रही है और ये फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप बना रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है और इस फिल्म में मुख्य भूमिका में अभिनेत्री भूमि पेडनेकर और तापसी पन्नू हैं। ये फिल्म इस साल दीपावली पर रिलीज की जानी है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से चंद्रो ने बंदूक चलाना सीखा था और कैसे ये लड़कियों को बंदूक चलाना सीखा रही हैं।