कृति सैनन ने बड़ी उम्र के लड़कों की कर दी तारीफ बोली, ‘उम्रदराज होने के बाद और हैंडसम हो जाते हैं मर्द’
बॉलीवुड में एक्टर बनने की चाहत लिए ना जाने हर रोज कितने ही लोग सपनों की नगरी मुंबई में आते हैं। लेकिन हर किसी का ये सपना पूरा नहीं होता। वहीं कुछ लोगो ऐसे भी हैं जिनकी किस्मत उनको इस इंडस्ट्री में ले आती है। हम बात कर रहे हैं कृति सैनन की। बहुत ही कम लोग जानते होंगे की कृति सैनन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और अब वो एक हिरोइन बन गई हैं। बता दें कि कृति सैनन के पिता सीए हैं और उनकी मां एक प्रोफेसर हैं। पिता की तरह वह करियर का हर दांव पूरे गुणा-भाग से साथ चलती हैं और मां से उन्होंने सीखा है हर बात साफ-साफ करना।
कृति सैनन को इस इंडस्ट्री में आए महज 5 साल ही हुए हैं और इस बीच वो अपने करियर में 4 सुपरहिट फिल्में कर चुकी हैं। जिस तरह से उनके करियर का ग्राफ ऊपर जा रहा है उससे साफ है कि वो एक दिन उन ऊचाइयों पर भी पहुंचेगी जहां पहुंचने का सपना हर एक्टर देखता है। हाल ही में कृति सैनन ने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने अपने फिल्म करियर से लेकर के अपनी पर्सनल लाइफ और अपनी पसंद-नासपंद को शेयर किया है। तो चलिए जानते हैं कृति के जवाब।
जैसा की हमने आपको बताया कि 5 साल के करियर में कृति 4 सुपरहिट फिल्में दे चुकी हैं। जिसमें शामिल हैं हीरोपंती, दिलवाले, बरेली की बर्फी और लुकाछुपी। जब उनकी इस फिल्मों की सक्सेस और आगे की प्लैनिंग के लिए पूछा गया तो उन्होंने बताया कि,ऐसा नहीं है कि मैंने नामी लोगों के साथ काम कर लिया तो काम मिलना आसान हो गया है। मैं इस बात से खुश हूं कि अलग अलग तरह की फिल्में आ रही हैं मेरे पास। फिल्म बरेली की बर्फी ने वाकई में मेरा खेल बदला। मैं लुकाछुपी ने मेरे करियर को किक दिया। मेरे हिसाब से काम मिलना आसान अच्छी फिल्मों में काम करने से होता है। मैंने थिएटर वगैरह नहीं किया है। मैं फिल्में कर करके सीख रही हूं। फिर चाहे वह शाहरुख खान हों या अक्षय कुमार सभी से कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है।
वहीं जब कृति से आगे फिल्मों के किस तरह के किरदार को निभाने की ख्वाहिश के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो एक ऐसा किरदार निभाना चाहती हैं जो थोड़ा और मुश्किल हो, अंदर से टूटा हुआ हो, कोई ऐसा किरदार जिसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा हो, साथ ही साथ इसे थोड़ा नेगेटिव भी होना चाहिए। बता दें कि कृति ने अभी तक इस तरह के किरदारनहीं किए हैं।
वहीं जब फिल्मों में लड़कियों के करियर बहुत छोटा होने को लेकर पूछा गया तो कृति ने बताया कि, पहले और अब में काफी बदलाव आ गया है। पहले शादी के बाद हिरोइन का करियर खत्म समझा जाता था, या तो वो खुद ही फिल्मों में काम नहीं करती थी या निर्माता उन्हें काम देते थे। अगर आप अपना ख्याल थोड़ा सा और ज्यादा रखते हैं तो शेल्फ लाइफ और भी बढ़ जाती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आप हमेशा एक कॉलेज स्टूडेंट की भूमिका में ही नजर आएंगे। इसी के साथ उन्होंने मेल एक्टर्स के बारे में कहा कि हालांकि पुरुष कलाकारों की तुलना में ये अब भी कम है। वे 50 साल के होने के बाद भी कॉलेज स्टूडेंट बन जाते हैं। एक हीरोइन के लिए ये बहुत मुश्किल है। मुझे कई बार ऐसा भी लगता है कि मर्द उम्रदराज होने के बाद और हैंडसम हो जाते हैं।
जल्द ही कृति सैनन फिल्म अर्जुन पटियाला में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म में अपने किरदार को लेकर कृति ने बताया कि, जैसे हर इंसान अलग होता है उसी तरह कोई दो किरदार भी एक जैसे नहीं होते। एक ही समानता है कि जैसे पहली फिल्मों में मेरे बेबाक किरदार थे वैसे ही यह भी किरदार थोड़ा बेबाक है। पर वह एक क्राइम जर्नलिस्ट है। एक पंजाबी लड़की है। पंगा नहीं ले सकते आप उससे। अगर उसे कोई छेड़ेगा तो पीट देती है। वहीं कृति ने अपनी फिल्म के को एक्टर दिलजीत की भी काफी तारीफ की उन्होंने कहा कि वो एक बहुत ही अच्छे इंसान हैं। वो बेहद शर्मीले हैं लेकिन कैमरे के सामने वो बिल्कुल बदल जाते हैं।