सेमीफाइनल से ठीक पहले विराट कोहली का बड़ा बयान, कहा- ‘खतरनाक गेंदबाज हूँ मैं, जब तक पिच…’
वर्ल्ड कप 2019 का पहला सेमीफाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैनचेस्टर में 9 जुलाई यानी आज खेला जाएगा। मैच से ठीक पहले विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके तमाम सवालों के जवाब दिए, जिसका जवाब उनके फैंस चाहते थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली से टीम परिवर्तन को लेकर भी कई सवाल पूछें गए, जिस पर उन्होंने हैरान कर देने वाला जवाब दिया है। जी हां, विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच में अपनी गेंदबाजी की दावेदारी भी पेश कर डाली है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
भारत और न्यूजीलैंड के होने वाले सेमीफाइनल को लेकर क्रिकेट प्रेमियों में काफी उत्साह है। इस मैच का रास्ता सीधे फाइनल तक जाता है, जिसकी वजह से दोनों टीमों के बीच मुकाबला टक्कर का हो सकता है। वहीं दूसरी तरफ विराट कोहली के पास 11 साल पुराना इतिहास दोहराने का सुनहरा मौका है, जिसमें उनकी कप्तानी में न्यूजीलैंड की टीम को करारी हार मिली थी। इन सब के बीच विराट कोहली ने सेमीफाइनल में भारतीय टीम के गेम प्लान और परिवर्तन को लेकर काफी बड़ा बयान दे दिया है, जिससे उनके फैंस काफी हैरान हैं।
मैं भी एक खतरनाक गेंदबाज हूँ- विराट कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली का नाम बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार है, लेकिन उनकी गेंदबाजी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। या यूं कहें कि कोहली ने अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में गेंदबाजी बहुत ही कम की है, तो यह गलत नहीं होगा, लेकिन अभी कोहली ने खुद को खतरनाक गेंदबाज बताया है। दरअसल, कोहली से पूछा गया कि क्या वे गेंदबाजी में परिवर्तन करेंगे तो उन्होंने कहा कि हम टीम के संतुलन पर ध्यान देंगे और उसी हिसाब से सब तय होगा, लेकिन गेंदबाजी में मैं भी एक विकल्प हूँ।
जब तक फिसल न जाऊं- विराट कोहली
कोहली ने टीम में परिवर्तन को लेकर कहा कि हमें फिलहाल बैटिंग की गहराई के बारे में सोचना होगा, क्योंकि लक्ष्य का पीछा करने के लिए गहराई की ज़रूरत है। साथ ही कोहली ने कहा कि आप लोगों ने ही बताया कि मैंने न्यूजीलैंड के कप्तान को आउट किया था, तो ऐसे में मैं भी छठा विकल्प हो सकता हूँ, जब तक पिच पर फिसल न जाऊं तब यक खतरनाक गेंदबाज हूँ। बता दें कि विराट कोहली को गेंदबाजी का बहुत मन होता है, लेकिन टीम के अन्य खिलाड़ी मना कर देते हैं।
इतिहास दोहराने का सुनहरा मौका
11 साल पहले विराट कोहली ने अंडर 19 की कप्तानी करते हुए भारत को चैंपियन बनाया था, जिसमें भी सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से था। इतना ही नहीं, उस समय भी न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन थे, जिन्हें कोहली ने 3 विकेट से हराकर फाइनल में गया था। ऐसे में 11 साल के बाद कोहली के पास पुरानी यादों को ताज़ा करने का सुनहरा मौका है, तो वहीं केन विलियमसन के पास इतिहास बदलने का मौका है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि सेमीफाइनल में कौन इतिहास रचता है या फिर कौन चूक जाएगा, ये तो वक्त ही बताएगा।