5 अगस्त को है नाग पंचमी, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
नाग पंचमी का पर्व हर साल सावन के महीने के दौरान आता है और इस पर्व के दौरान नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन नाग देव की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार हमारी पृथ्वी शेषनाग के फन पर टिकी है और इसलिए नाग देव को हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसके अलावा भगवान शिव ने अपने गले में सर्प को एक माला की तरह धारण किया हुआ है और जिसके चलते भी नाग देव की पूजा की जाती है। नाग पंचमी का पर्व उत्साह के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है और इस दौरान नाग या सर्प को दूध पिलाया जाता है।
नाग पंचमी 2019 (Naag Panchami 2019)
नाग पंचमी 2019 के अगस्त महीने की 5 तारीख को आ रही है। इस बार की नाग पंचमी को बेहद ही शुभ माना जा रहा है। नाग पंचमी 4 अगस्त को 18:48 बजे पर शुरू हो जाएगी और 5 अगस्त 15:54 तक रहेगी। नाग पंचमी 2019 के पूजा का शुभ मुहूर्त – 05:49 से 8:28 के बीच का है और आप इसी दौरान नाग देव की पूजा करें और उन्हें दूध पीलाएं।
नाग पंचमी पूजा विधि
नाग पंचमी की पूजा आप विधि के अनुसार ही करें। इस बार नाग पंचमी के दौरान विशेष योग बन रहा है। इसलिए आप इस दिन पूजा करते समय कोई भी भूल ना करें। इस दिन अच्छे से पूजा करने पर आपकी मनचाही कामना पूरी हो जाएगी। तो आइए जानते हैं नाग पंचमी पूजा विधि-
- नाग पंचमी पूजा विधि के तहत नाग पंचमी के दिन अपने घर की अच्छे से सफाई करें। इसके बाद आप एक कोयला लेकर उसे दूध में डाल दें। फिर आप इस कोयले की मदद से अपने घर के दरवाजों के पास नाग देव का चिन्ह बना दें। आप चाहें तो चिन्ह बनाने की जगह नाग देव की तस्वीर भी इन जगहों पर लगा सकता हैं।
- नाग देव की पूजा के दौरान मीठी चीज उन्हें जरूर चढ़ाई जाती है। इसलिए आप इस दिन सेंवई की खीर जरूर बनाएं।
- सेंवई की खीर बनाने के बाद आप एक चौकी लेकर उसे पूजा घर में रख दें और इस चौंकी के ऊपर लाल रंगा का कपड़ा बिछा दें। फिर आप इस चौंकी के ऊपर नाग देवता की कोई मूर्ति या तस्वीर रख दें।
- नाग देवता की मूर्ति रखने के बाद आप इस मूर्ति को पंचामृत यानी दूध, दही, घी, मधु और शक्कर से स्नान करवाएं। इसके बाद आप कपड़े से मूर्ति को अच्छे से साफ कर दें।
- अब आप इस मूर्ति के सामने फूल अर्पित करें, मूर्ति को चंदन का तिलक लगाएं और सेंवई की खीर का भोग लगाएं। इसके अलावा आप इस मूर्ति के सामने एक कटोरी दूध की भी रख दें।
- अब आप सच्चे मन से नाग देव की प्रार्थन करें और अगर आपकी कुड़ली में काल सर्प दोष है तो इस मंत्र का जाप जरूर करें। ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा। ये मंत्र आप कम से कम 101 बार बोलें।
- पूजा पूरी होने के बाद आप नाग देव की मूर्ति को किसी पीपल के पेड़ या मंदिर में रख आएं और नाग देव को चढ़ाया गया दूध एक ऐसे स्थान पर रख दें जहां पर नाग हों। ताकि नाग देव इस दूध को पी लें और आपकी पूजा पूरी तरह से सफल हो जाए।
जानिए आखिर क्यों की जाती है नाग देव की पूजा
नाग देव की पूजा करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। जिन लोगों की कुंडली में अगर कोई दोष हो, अगर वो नाग देव की पूजा नाग पंचमी के दिन करते हैं, तो ये दोष खत्म हो जाते हैं। इसी तरह है जिन लोगों की कुंडली में काल सर्प दोष होता है। उन्हें नाग पंचमी के दिन नाग देव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को अक्सर सपनों में नाग दिखाई देते है वो लोग भी नाग पंचमी के दिन नाग देव को दूध जरूर पीलाया करें।
नाग पंचमी के दिन ना करें ये काम
- नाग पंचमी के दिन आप भूलकर भी किसी जगह पर खुदाई ना करें।
- किसी भी नाग को चोट ना पहुंचाएं।
- नाग दिखने पर उसे केवल दूध ही पीलाएं। वहीं अगर आपको कोई नाग नहीं मिलता हैं, तो आप इस दूध को मंदिर में जाकर शिवलिंग के पास रख आएं। ऐसा करने से नाग देवता खुश हो जाएंगे हैं।
इस बार नाग पंचमी के दिन कई अच्छे संयोग बन रहे हैं इसलिए आप इस दिन नाग देव की पूजा जरूर करें।