पाकिस्तान ने दिखायी इंसानियत, गलती से सीमापार गये जवान को सही सलामत लौटाया!
सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों और उरी हमले का बदला लेने के लिये पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान सेना का एक जवान गलती से भटक कर पाकिस्तान चला गया था. हालांकि वह जवान सर्जिकल स्ट्राइक करने वाली टीम का हिस्सा नहीं था.
भारतीय सेना के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण के मामले में फ़िलहाल पाकिस्तान ने इंसानियत दिखायी है और उस जवान को सही सलामत भारत को वापस कर दिया गया है. सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ ही घंटों बाद चंदू गलती से एलओसी पार चले गये थे.
शनिवार को पाकिस्तानी रेंजर्स ने चंदू को वाघा बॉर्डर पर भारतीय सेना को सौप दिया, वहां भारतीय डॉक्टरों की टीम ने उसका चेकअप भी किया. चंदू के भाई भूषण ने भारत सरकार और सेना को धन्यवाद् कहा और अपनी ख़ुशी जाहिर की. चंदू के भाई भूषण भी भारतीय सेना में हैं.
जवान के लिये डीजीएमओ लेवल पर हुई बातचीत :
चंदू को भारत वापस लाने में सेना के उच्च अधिकारियों और रक्षा राज्यमंत्री का बहुत योगदान है. 18 सितम्बर के बाद से अबतक सेना ने पाकिस्तानी सेना से 20 बार से भी ज्यादा बार डीजीएमओ स्तर की बातचीत की. जिसका नतीजा यह हुआ कि चंदू सही सलामत स्वदेश लौट सके.
कौन है चंदू बाबूलाल चव्हाण?
भारतीय सेना के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण महाराष्ट्र के धुले जिले के रहने वाले हैं और उनके परिवार में उनके अलावा एक भाई और एक बहन है, उनके भाई भूषण भी सेना में ही हैं. चंदू सेना में 27 राष्ट्रीय राइफल्स में हैं और उनके भाई भूषण चव्हाण 9वीं मराठा लाइट इन्फैंट्री गुजरात में पोस्टेड हैं.
गौरतलब है कि 18 सितम्बर 2016 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुस कर आतंकवादियों के 7 ठिकानों को नष्ट कर दिया था जिसमें 38 आतंकवादी भी मारे गये थे. उसी दौरान चंदू भटक कर पाकिस्तान चले गये थे और पाकिस्तानी सेना के हत्थे चढ़ गये थे. लेकिन चंदू सर्जिकल स्ट्राइक करने वाली टीम का हिस्सा नहीं थे.