विदेश में पढ़ते हैं 7 अलगाववादी नेताओं के बच्चे, इनके चेहरे हो गए हैं बेनकाब
आपने अक्सर सुना होगा कि कश्मीर में कुछ ऐसे नेता भी रहते हैं जो कश्मीर को भारत से अलग करने की बात खुद भी करते हैं और युवाओं को भडकाते भी हैं। बार-बार कश्मीर घाटी में स्कूलों और कॉलेज को बंद करने का आह्वान करने और युवाओं को पत्थरबाजी और आतंकवाद के लिए उकसाने वाले अलगाववादी नेताओं के बच्चे विदेश में पढ़ते हैं। इनके बारे में पता किया गया और पता चला कि वे ना सिर्फ पढ़ते हैं बल्किन नौकरी भी करते हैं।विदेश में पढ़ते हैं 10 अलगाववादी नेताओं के बच्चे, चलिए बताते हैं इनके बारे में..
विदेश में पढ़ते हैं 7 अलगाववादी नेताओं के बच्चे
कश्मीर में रह रहे लोगों की जिंदगी आसान नहीं होती है उन्हे अक्सर डर रहता है कि देश के सरहद पर कोई उन्हें मार ना दे। तो कभी वे सुकून के साथ जिंदगी जीते हैं मगर इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में अलगाववादी नेताओं के पाखंड का खुलासा हुआ और जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के बारे में चर्चा हो रही है। अमित शाह ने बताया कि पिछले 70 सालों में किस तरह कश्मीर में आम लोग जरूरी सहूलियत के साथ रहते हैं।
कश्मीर घाटी में 112 अलगाववादी नेता है जिनके कम से कम 220 बच्चे हैं जो विदेशों में पढ़ते भी हैं और पढाते भी हैं। इनके बच्चों को ना तो कश्मीरियत से मतलब है और ना ही घाटी में पनप रहे आतंकवाद से इनका कोई नाता भी है। तो चलिए बताते हैं किसका बच्च कहां रहता है ?
एसएएस गिलानी
अपने बच्चों को विदेश में सेटल करके स्थानीय लोगों को बरगलाने वालों में सबसे बड़ा नाम घाटी के सबसे बड़े अलगाववादी एसएएस गिलानी है। एसएएस गिलानी की बेची सऊदी अरब में शिक्षक और दामाद इंजीनियर है। एसएएस गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह की एक बेटी तुर्की में पत्रकार और दूसरी पाकिस्तान में मेडिकल पढ़ाई होने वाली है।
मीरवाइज उमर फारुख
मीरवाइज उमर फारुख की बहन रूबिया फारुख अमेरिका में डॉक्टर है। वहां रहने के बाद अब उनका आने का मन नहीं करता।
असरफ सेहरई
हुर्रियत के गिलानी धड़े के महासचिव हैं। तमाम तालिम का पूरा ख्याल रखा जाता है। इनके दोनों बच्चे खालिद और आबिद असरफ सउदी अरब में नौकरी करता है।
मोहम्द शफी रेशी
मोहम्द शफी रेशी इनका बेटा अमेरिका में पीएचडी करते हैं।
मोहम्मद यूसुफ मीर
मुस्लिम लीग नेता मोहम्मद यूसुफ मीर और फारूख गतपुरी की बेटी पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करती हैं।
ख्वाजा फिरदौस वानी
डेमोक्रेटिक पोलिटिकल मूवमेंट के खास कहे जाने वाले ख्वाजा फिरदौस वानी है और इ्होंने भी बेटे को पाकिस्तान में ही मेडिकल की पढ़ाई के लिए भेज दिया है।
निसान हुसैन रादर
वाहिदत-ए-इस्लामी के नेता निसान हुसैन रादर का बेटा और बेटी दोनों ही इरान में सेटल हो गए हैं। बेटी और बेटा वहीं पर नौकरी करते हैं और उनका मन भारत आने का नहीं करता है।