सिर पर चोट लगने लगने से नहीं बल्कि इन कारणों से जाती है याद्दाश्त, जानिए इसके बचाव
आपने कई फिल्मों में देखा होगा कि जब किसी कास्ट का एक्सिडेंट होता है तो वो अपनी याद्दाश्त खो देता है और इस बात को सभी सच मान लेते हैं लेकिन क्या ये सच होता है? चोट लगने पर एक दम से याद्दाश्त जाना कुछ अजीब सी बात है लेकिन फिर भी कुछ तो होता है जिससे इंसान अपने बीते हुए जीवन को भूल जाता है। अक्सर हम देखते हैं कि कई लोग पल भर पहले रखी हुई चीज भूल जाते हैं और कई घंटों तक ढूंढने पर भी नहीं मिल पाती। सिर पर लगी जोरदार चोट किसी व्यक्ति को यह याद रखने में समस्या पैदा कर सकती है लेकिन सिर पर चोट लगने लगने से नहीं बल्कि इन कारणों से जाती है याद्दाश्त, क्या आप जानते हैं वे कारण ?
सिर पर चोट लगने लगने से नहीं बल्कि इन कारणों से जाती है याद्दाश्त
याद्दश्त जाने के कई रूप होते हैं जिसमें याद्दाश्त का पूरा खोना और शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस ज्यादातर लोगों को प्रभावित करता है मगर याद्दाश्त खोने के कई आम कारण भी होते हैं जिनके बारे में हम आपको बताएंगे..
कई तरह की दवाएं लेना
कई सारे प्रीसक्रिप्शन और आपके द्वारा ली गई दवाओं का ज्यादा सेवन याददाश्त खोने का कारण बनती है। अवसादरोधी, एंटीथिस्टेमाइंस, तनाव कम करने वाली दवाएं, मांसपेशियों को आराम देनी वाली, नींद की गोलियां और सर्जरी के बाद दी जाने वाली पेन किलर्स याद्दाश्त कम करने में अहम किरदार निभाती है।
शराब, तंबाकू और मादक पदार्थ लेना
जरूरत से ज्यादा शराब पीने से याददाश्त जाने के मौके ज्यादा होते हैं। वहीं धूम्रपान मस्तिष्क में जाने वाली ऑक्सीजन की मात्रा में कमी कर देती है जिससे इंसान चीजों को भूलने लगता हैएक रिसर्च में बताया गया है कि वे लोग, जो धूम्रपान करते हैं उन्हें ऐसा नहीं करने वालों की तुलना में चीजों को याद रखने में काफी समस्या हो जाती है और वहीं मादक पदार्थ मस्तिष्क में रसायनों में परिवर्तन करते हैं, जो चीजों को याद रखने में मुश्किल करती है।
नींद नहीं आना
याददाश्त के लिए नींद की गुणवत्ता और नींद के घंटे दोनों ही बहुत जरूरी होता है। कम घंटों की नींद लेना या रात में बार-बार उठने से थकान हो जाती है, जिसके कारण चीजों को याद रखना मुश्किल होने लगता है।
निराशा और तनाव
निराश होने के कारण किसी चीज पर ध्यान देना और ध्यान केंद्रित करना मुश्किल होता है, जो याददाश्त को प्रभावित कर सकता है। निराशा और चिंता एकांत में बैठने से भी होती है और जब आप तनावग्रस्त होते हैं और आपका मन बैचेन रहता है फिर आपकी याद रखने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। भावनात्मक आघात पहुंचने पर भी व्यक्ति चीजों को भूलने लगते हैं।
पोषण की कमी
उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और फैट सहित अच्छा पोषण आहार मस्तिष्क गतिविधियों के सुचारू रूप से काम करते हैं। विटामिन बी1 और बी 12 की कमी विशेषरूप से याददाश्त को प्रभावित कर सकती है जिसके लिए आपको हर दिन विटामिन्स वाली चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए।
सिर पर लगी चोट
अगर सिर पर लगी गंभीर चोट लगी है और उसी जगह से गिरना या सड़क दुर्घटना में लगी चोट दिमाग को थोड़ी देर के लिए या फिर लंबे समय के लिए सबकुछ भूला देती है। हालांकि इस तरह के मामलों में समय के साथ याददाश्त में धीरे-धीरे सुधार आ ही जाता है।