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मौत के कुछ समय पहले से ही परेशान था ओसामा बिन लादेन! जानिये क्या हुआ था आखिर ?

दुनिया का सबसे बड़ा और मोस्ट वांटेड आतंकवादी ओसामा बिन लादेन अपनी मौत के कुछ दिनों पहले से बेहद परेशान और चिंतित था. ये बात अमेरिका के राष्ट्रपति के प्रशासन की तरफ से जारी कुछ दस्तावेजों में कही गई है. ये दस्तावेज ओसामा बिन लादेन की मौत से जुड़े हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति का कार्यकाल ख़त्म होने के कुछ घंटों पहले ही बराक ओबामा के एडमिनिस्ट्रेशन ने बिन लादेन की मौत से जुड़े अंतिम दस्तावेजों को सार्वजनिक कर दिया है. इन दस्तावेजों में दावा किया गया है कि बिन लादेन अपनी मौत के करीब एक महीने पहले से बेहद चिंतित था, इन दस्तावेजों में उसके चिंतिंत होने की वजह आतंकी संगठन आइएस के विस्तार को बताया गया है.

आईएस के विस्तार से था परेशान :

ओसामा बिन लादेन विश्व में अलकायदा के घटते और इस्लामिक स्टेट के बढ़ते प्रभावों से परेशान था. उसे इस बात का डर था कि इस्लामिक स्टेट कहीं अलकायदा से भी आगे ना निकल जाये.

ओबामा प्रशासन द्वारा जारी दस्तावेजों में यह दावा भी किया गया है कि लादेन अपने शरीर में एक ऐसी इलेक्ट्रोनिक चिप प्लांट करना चाहता था जिससे उसकी वास्तविक स्थिति और उसकी गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा सके. उसने अपने बेटे से इस बात का जिक्र किया था. साथ ही वह आईएस द्वारा अगवा किये गये लोगों के बारे में भी उनसे बात करना चाहता था.

यमन में बनाना चाहता था आतंकियों की फ़ौज :

आतंक का सबसे बड़ा सरगना उस समय यमन में आतंकियों की एक मजबूत फ़ौज भी खादी करना चाहता था इसके लिये उसने अलकायदा अरेबिययन पेनिनसुला के संस्‍थापक नसिर अल वुहायेशी को एक ख़त भी लिखा था, जिसमें उसने ऐसी एक फ़ौज बनाने का जिक्र किया था. अलकायदा अरेबिययन पेनिनसुला को यमन में अलकायदा की ब्रांच के रूप में देखा जाता है. यमन लादेन की जन्मभूमि भी था.

गौरतलब है कि यह दस्तावेज तबके जब ओसामा बिन लादेन को अमेरिका के नेवी सील कमांडोज ने मारा था. साल 2011 में एक सीक्रेट ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के ऐबटाबाद में बिन लादेन को मारा गया था. ऑपरेशन के बाद कमांडोज बिन लादेन की डेडबॉडी भी अपने साथ ले आये थे. पहले कई बार इन दस्तावेजों को सार्वजानिक करने की मांग उठती रही है.

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