जानें क्या होती है वास्तु शांति पूजा और वास्तु शांति पूजा की विधि
घर को बनाते समय किन-किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए और मंदिर, रसोई, कमरे घर की किस दिशा में होने चाहिए, इस प्रकार की चीजों का उल्लेख वास्तु शास्त्र में किया गया है। अगर घर का वास्तु सही ना हो तो घर में अशांति फैली रहती है और घर के लोगों का जीवन दुखों से भर जाता है। इसलिए ये जरूर होता है कि आप अपना घर वास्तु के नियमों के तहत ही बनाएं और घर में प्रवेश करने से पहले वास्तु शांति पूजा करवाएं। वास्तु शांति पूजा करने से घर का वास्तु एकदम सही हो जाता है और घर में शांति का माहौल बना रहता है। वास्तु शांति पूजा (Vastu Shanti) क्या होती है? वास्तु शांति पूजा की विधि और गृह वास्तु पूजन का प्रभाव हमारे जीवन पर क्या पड़ता है, इसके उल्लेख नीचे किया गया है।
क्या होती है वास्तु शांति पूजा?
जब गृह प्रवेश, अनुष्ठान, भूमि पूजन, कुआं खनन या शिलान्यास किया जाता है तब वास्तु देव की पूजा की जाती है और इस पूजा को वास्तु शांति पूजा कहा जाता है। वास्तु शांति पूजा (Vastu Shanti) करवाने से सभी दोष खत्म हो जाते हैं और ये पूजा करने से घर में सकरात्मक ऊर्जा भी बढ़ जाती है। इसलिए जिन लोगों के घरों में वास्तु दोष है वो लोग एक बार वास्तु शांति पूजा अपने घर में करवा लें। ये पूजा करवाने से आपके घर का माहौल एकदम सही हो जाएगी।
घर में ऐसे हालात होने पर जरूर करवाएं वास्तु शांति पूजा
घर में हो अक्सर लड़ा
जिन लोगों के घरों में अक्सर लड़ाई रहती है और घर का माहौल हमेशा तनाव भरा रहता है, वो लोग अपने घर में वास्तु शांति पूजा जरूर करवाएं। वास्तु शांति (Vastu Shanti) की पूजा करवाने से घर का माहौल एकदम सही हो जाएगा और घर के सदस्यों के बीच प्यार भी बढ़ जाएगा।
मन शांत ना रहना
जिन लोगों का मन शांत नहीं रहता है वो लोग भी अपने घर में वास्तु शांति (Vastu Shanti) की पूजा करवा लें। इस पूजा को करवाने से मन को शांति मिल जाएगी और घर में मौजूद नकारात्मकता एकदम खत्म हो जाएगी।
पैसों की हानि होना
अगर नए घर में जाने के बाद आपको पैसों में हानि होने लग जाए या फिर आपका व्यापार सही से ना चले। तो आप वास्तु शांति (Vastu Shanti) पूजा करवा लें। इस पूजा को करवाने से आपकी आर्थिक हालात एकदम सही हो जाएगी।
घर के लोगों का बार-बार बीमार होना
घर में वास्तु दोष होने पर घर के सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और घर के लोग अक्सर बीमार ही रहा करते हैं। ये स्थिति घर में होने पर आप वास्तु शांति पूजा जरूर करवाएं।
वास्तु शांति पूजा विधि
वास्तु शास्त्र में वास्तु शांति पूजा विधि दो तरह की बताई गई है। जिसमें से एक वास्तु शांति पूजा विधि को उपयुक्त पूजा विधि के नाम से जाना जाता है और दूसरी वास्तु शांति पूजा विधि को सांकेतिक पूजा विधि कहा जाता है।
उपयुक्त वास्तु शांति पूजा (Vastu Shanti) के तहत सबसे पहले कलश स्थापन की जाती है और फिर स्वस्तिवचन, गणपति स्मरण, संकल्प, श्री गणपति पूजन, पूजन, पुनःवचन, अभिषेक, शोडेशमातेर का पूजन, वसोधेरा पूजन, औशेया मंत्रजाप, नांन्देशराद, योग्ने पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, अग्ने सेथापन, नवग्रह स्थापन पूजन, वास्तु मंडला पूजल, स्थापन, ग्रह हवन, वास्तु देवता होम, पूर्णाहुति आदि प्रक्रिया होती है। जबकि सांकेतिक पूजा में कुछ ही क्रियाओं का पालन किया जाता है।
वास्तु पूजा (Vastu Shanti) से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातें
- आप जब भी वास्तु शांति पूजा करवाएं तो सबसे पहले उस जगह को गंगा जल से साफ करें जहां पर ये पूजा होने वाली है।
- पूजा वाले स्थान पर आप रंगोली बनाएं और वास्तु पूजन विधि में वास्तुमंडल का निर्माण करें। अगर आप घर में वास्तु पूजा करवा रहे हैं तो आप अपने घर के मुख्य दरवाजे को फूलों से सजा लें और मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक का चिन्ह बना लें।
- घर के जो लोग वास्तु शांति पूजा करने वाले हैं वो लोग व्रत जरूर रखें।
- पूजा पूरी होने के बाद पंडितों और कन्या को खाना जरूर करवाएं।
गृह वास्तु पूजन (Vastu Shanti) का प्रभाव एवं लाभ
- किसी भी नए घर में प्रवेश करने से पहले गृह वास्तु पूजन करवाया जाता है। गृह वास्तु पूजन का प्रभाव घर पर और घर में रहने वाले लोगों के जीवन पर काफी सकारात्मक पड़ता है। जो लोग गृह वास्तु पूजन करवाते हैं उन लोगों के गृह शांत रहते हैं और उनका जीवन सुख से कट जाता है।
- गृह वास्तु पूजन का प्रभाव घर में रहने वाले हर सदस्य पर पड़ता है और घर के हर सदस्य को जीवन में कामयाबी मिलती है।
- गृह वास्तु पूजन करवाने से लक्ष्मी मां स्थाई रूप से आपके घर में निवास कर लेती हैं और आपको कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
वास्तु शांति पूजा (Vastu Shanti) को हमेशा शुभ मुहूर्त पर ही करना चाहिए। इसलिए आप इस पूजा को केवल मुहूर्त के दौरान ही करवाएं और पूजा से जुड़े हर नियम का पालन भी जरूर करें।