आजकल अच्छे स्कूल में एडमिशन को लेकर हमेशा मारामारी चलती रहती हैं. ऐसे में कई नामी स्कूल वाले भी मार्केट में अपनी रेपूटेशन बनाए रखने के लिए चुन चुन कर ही बच्चों को एडमिशन देते हैं. ऐसे में नवी मुंबई के St Lawrence School में जब एक महिला अपने 7 साल के बेटे का एडमिशन कराने गई तो उसे एक बड़े ही घटिया सोच वाले कारण की वजह से नहीं लिया गया. दरअसल 27 वर्षीय सुजाता मोहिते एक तलाकशुदा महिला हैं. वे अकेली ही अपने बेटे की परवरिश करती हैं. हालाँकि स्कूल की प्रिंसिपल मैडम को ये बात रास नहीं आई. उनके अनुसार सिंगल पेरेंट के साथ पला बढ़ा बच्चा स्कूल के लिए एक समस्यां हो सकता हैं. महिला का दावा हैं कि स्कूल प्रिंसिपल ने सिर्फ उनके तलाकशुदा होने की वजह से ही बेटे का एडमिशन नहीं किया हैं.
उन्होंने इस मामले को विस्तार से बताते हुए कहा कि “मैंने इस स्कूल के बारे में सुन रखा था. इसकी रेप्यूटेशन काफी अच्छी हैं. एक महीने पहले मैं अपने बेटे को लेकर एडमिशन के लिए गई थी. उन्होंने हमारा इंटरव्यू लिया था और बताया था कि हम दोनों इसमें पास हो गए हैं. हालाँकि बाद में जब उन्होंने बच्चे के पापा के बारे में पूछा तो मैंने उन्हें बताया कि मैं तलाकशुदा हूँ, पर अकेले अपने बेटे की देखभाल करने में सक्षम हूँ. इसके कुछ देर बद उन्होंने मुझे कॉल किया और कहा कि एडमिशन फुल हो गए हैं. मुझे ये सुन बड़ी हैरानी हुई.”
इस बारे में शक होने पर सुजाता ने अपनी एक दोस्त को स्कूल भेजा ये पता लगाने कि क्या एडमिशन सच में फुल हो गए हैं. लेकिन जब उनकी फ्रेंड स्कूल गई तो उन्हें बताया गया कि एडमिशन अभी भी चल रहे हैं. बस इसके बाद सुजाता ने सारा मेटर अपने हाथ में ले लिया. सुजाता ने अपनी बात सबके सामने रखने के लिए प्रिंसिपल के साथ बातचीत का एक विडियो भी बनाया. सुजाता ने बताया कि “मैं जब प्रिंसिपल से मिली तो वो बहुत बुरी तरह से मुझ से बात कर रही थी. मुझे बताया गया कि वे सिंगल पेरेंट्स के बच्चे को एडमिशन नहीं देते हैं. मैंने जब उनसे पूछा कि आप ऐसा कैसे कर सकते हैं तो उन्होंने मुझ से बात करने से भी इंकार कर दिया. वे यही कहती रही कि ये उनका अपना निजी डिसीजन हैं. मैं अपना टाइम वेस्ट कर रही हूँ. उन्होंने बताया कि सिंगल पेरेंट्स के बच्चे स्कूल के लिए दिक्कत होते हैं. मैंने अपनी पुर बातचीत का विडियो भी बनाया हैं.”
उधर सुजाता और स्कूल प्रिंसिपल के बीच बातचीत का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद स्कूल चलाने वाले रॉयल ग्रुप ने एक स्टेटमेंट जारी किया और कहा कि “हम इस आधार पर छात्र के एडमिशन को लेकर कोई भेदभाव नहीं करते हैं और ना ही हमारी सिंगल पेरेंट्स को लेकर कोई पालिसी हैं. इस मामले को लेकर जांच चल रही हैं जिसके बाद ही रॉयल ग्रुप प्रिंसिपल के खिलाफ कोई एक्शन लेगा.”
विडियो के पॉपुलर होने के बाद महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने भी इस मेटर को HRD मंत्रालय में जांच के लिए भेजा हैं. इसके साथ ही आम नागरिक का कहना हैं कि स्कूल प्रशासन प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी से कड़ी एक्शन ले. बरहाल आप इस वायरल विडियो को यहाँ देख सकते हैं.
@narendramodi @DrRPNishank @Dev_Fadnavis @TawdeVinod This video is posted by a single mother sujata mohite on Tiktok in which she went for admission for her son in St.Lawrence HighSchool,Vashi.The lady official of the school denied admission just because she is a single parent. pic.twitter.com/BGgPV3mpBf
— KUNAL PATIL (@KUNALPA25129276) June 13, 2019