देश के इन 21 शहरों में गहराया घोर जल संकट, इन 4 जगह आ सकती है ‘वॉटर इमरजेंसी’
भीषण गर्मी के साथ साथ भारत में जल संकट की समस्या भी धीरे धीरे बढ़ती ही जा रही है। भारत के ज्यादातर इलाकों में जल संकट गहराता जा रहा है, जिससे लोगों को पीने के लिए पानी का बंदोबस्त करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, जिन इलाकों में पहले मिनटों में हैंडपंप से पानी भर जाता था, वहां एक बाल्टी पानी के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। मतलब साफ है कि भारत में इन दिनों जल संकट के आसार बढ़ चुके हैं, जिसका असर 21 शहरों पर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। जी हां, केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को जलरोपण करने का आदेश भी दिया है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार जल संकट पर लगातार अपनी नजरें बनाए हुए हैं, जिससे किसी भी परिस्थिति से निपटने का दावा भी किया जा रहा है, लेकिन समस्या वाकई गहराती हुई नजर आ रही है। विशेषज्ञों की माने तो यदि हालात इसी तरह रहे तो आने वाले दिनों में भारत के 21 शहर जल संकट से जूझेंगे, जिसके बाद स्थितियां और बिगड़ जाएंगी और देश की जनता पानी के लिए तरसने लगेगी। बता दें कि पानी को बर्बाद न करने की अपील केंद्र सरकार बहुत पहले से ही करती हुई नजर आ रही है।
इन शहरों में ज्यादा है जल संकट का खतरा
विशेषज्ञों की माने तो आने वाले दिनों में अगर बारिश नहीं हुई, तो भारत के 21 शहर में सूखे जैसी स्थिति हो जाएगी, जिससे निपटना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। इन 21 शहरों में सबसे ज्यादा प्रभावित दिल्ली, गुरुग्राम, मेरठ और फरीदाबाद होंगे। इन शहरों में वॉटर इमरजेंसी जैसे हालत हो सकते हैं, इसीलिए सरकार को जल्द ही कोई न कोई सख्त कदम उठाने चाहिए। हालांकि, अगर देश की जनता थोड़ा पानी सुरक्षित करेगी और बर्बादी नहीं करेगी, तो यह समस्या अपने आप में ही खत्म हो जाएगी।
भारत के पानी पर फ्रेंच कंपनी कर सकती है कब्जा
मैग्सेस अवॉर्ड विजेता राजेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नागपुर में एक फ्रेंच कंपनी विलोलिया पानी उपलब्ध करवा रहा है और पूरे भारत में पानी देना चाहता है, ऐसे में अगर देश की स्थिति नहीं सुधरी, तो धीरे धीरे इस कंपनी का अधिकार भारतीय पानी पर हो जाएगा और फिर बूंद बूंद पानी के लिए भारत तरसने लगेगा। ऐसे में सरकार और राजनीतिक पार्टियों को इस मुद्दे पर गहराई से अध्ययन करना चाहिए, ताकि मामला फिट हो सके, वरना परिणाम भयंकर हो सकते हैं।
आईटी कंपनी ने कर्मचारियों को घर से काम करने का दिया आदेश
चैन्नई में पानी की किल्लत काफी ज्यादा देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से आईटी कंपनी ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दिया है, ताकि लोग सिर्फ अपने घर में ही पानी खर्च कर सके। इसके अलावा पानी विवाद को लेकर कई हिंसक खबरें भी सामने आ चुकी हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को जल्दी ही इस मसले को सुझलाने के लिए कई सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि देश इस बड़ी समस्या से जल्दी उबर सके।